मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ
क्षेत्र में विगत 3-4 दिनों से हो रही बारिश के कारण प्यासी पड़ी जमीन तथा जलाशयों की प्यास बुझी हे तो फसलों को जीवन मिला है । हालाकि इस वर्षा से ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ मकान गिरने के समाचार हैं। मगर कोई जन हानि के समाचार नहीं है।आम्बुआ तथा पास के ग्रामीण क्षेत्र में सूखे की बन रही स्थिति से अचानक हुई रिमझिम तथा अब हो रही तेज वर्षा के कारण कुछ स्थिति से बाहर निकलता दिखाई दे रहा है । सुखने की कगार पर खड़ी फसलों को जीवनदान मिला हे तो नदी नालों में उफान आ गया है क्षेत्र के कई जलाशयों में जलस्तर बढ़ने के समाचार है । हालांकि अभी भी तेज वर्षा की दरकार क्षेत्र में है ताकि जलाशय पूरी तरह भर सके जिससे वर्ष भर की जल समस्या हल हो सके तथा आगामी फसलें भी ठीक से पैदा हो सके क्षेत्र में गिरते जल स्तर में सुधार भी हो सके।
आम्बुआ बोरझाड़ के मध्य बहने वाली हथनी नदी में उसके उद्गम क्षेत्र आजाद नगर के आसपास भी भारी बारिश होने के कारण आंबुआ क्षेत्र में नदी उफान पर रही एक लंबे समय बाद नदी में बाढ़ का पानी पुराने पुल के ऊपर लगभग 5-7 फीट ऊपर तक बढ़ता रहा बाढ़ को देखने लोगों का नये पुल पर ताता लगा रहा हथिनी के सहायक नालों में भी बाढ़ की स्थिति देखी गई।
तेज वर्षा के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से कच्चे मकानों के गिरने का समाचार मिलने लगे हैं।ऐसा ही एक समाचार समीप ग्राम अडवाड़ा से मिला है जहां पर माफीदार फलिया निवासी भेरूसिंह पिता गमीर भिलाला का कच्चा पक्का मकान 3-4 अगस्त की रात को हुई वर्षा में बह गया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई हल्का पटवारी द्वारा मौका मुआयना कर नुकसानी का आकलन किया जा रहा है ताकि ग्रामीण को मुआवजा दिलाया जा सके।