झाबुआ पहुंचे दिग्विजयसिंह ने शिवराज समेत भाजपा पर साधा निशाना, मानहानि का दावा लगाने की चुनौती देते हुए शिवराज और उनके परिवार पर लगाए गंभीर आरोप

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मुकेश परमार, झाबुआ
प्रदेश कांग्रेस की समन्वय यात्रा लेकर आज झाबुआ पहुंचे कांग्रेस नेता दिग्विजयसिंह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले, रेत उत्खनन घोटाला, मैग्नीज अवैध उत्खनन घोटाला, ई-टेंडरिंग घोटाला एवं आंगनवाडिय़ों का पोषण आहार घोटाला में शिवराजसिंह और उनका परिवार शामिल है। दिग्विजयसिंह ने यह भी कहा कि वह अच्छी तरह से सोच-समझने के बाद यह आरोप लगा रहे हैं, और शिवराजसिंह चौहान में अगर दम हो मेरे खिलाफ मानहानि का केस लगाए। इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिग्विजयसिंह ने सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर भी बड़ा हमला बोलते हुए यह बताया कि कैसे उन्होंने गडकरी के मंत्रालय को 6 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने से रोका। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जोजिला टनल के निर्माण के लिए ई-टेंडर कॉल किए गए और यह टेंडर सिर्फ एक फर्म ने भरा और उसी फर्म को ही 10 हजार 500 करोड़ रुपए का ठेका दे दिया गया। जब उन्होंने यह बात पता चली तो उन्होंने सीवीसी एवं पीएमओ को शिकायती चिट्ठी लिखी लेकिन जब कोई असर नहीं हुआ, तब उन्होंने इस मामले को राज्यसभा में उठाया, तब जाकर सरकार ने 10 हजार 500 करोड़ रुपए का सिंगल टेंडर रद्द किया और उसके बाद जो प्रक्रिया अपनाई गई, उसमें यह टनल 4 हजार 800 करोड़ रुपए ठेका गया और इस तरह उन्होंने 6 हजार करोड़ रुपए बचाए। वरना यह राशि सडक़ परिवहन मंत्री की चहेती फर्म को मिल जाती।
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिग्विजयसिंह ने कट्टरवाद को बढ़ावा देने के लिए इशारों ही इशारों में मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जियाउल हक ने जमाते इस्लामी नामक कट्टर संगठन के जरिए कट्टरवाद फैलाया, इसका परिणाम यह हुआ कि पाकिस्तान में मुसलमान, मुसलमानों को मार रहे हैं, बम फोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं यह हमेशा करता हूं कि कट्टरवाद से नफरत पनपती है, और नफरत से आतंकवाद पनपता है। दिग्विजयसिंह ने पीडीपी की मेहबूबा मुफ्ती के उस बयान पर भी हैरानी जताई जिसमें उन्होंने भाजपा द्वारा उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त के परिणाम 90 के दशक के कश्मीर जैसे हो जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आप देखिए भाजपा कैसे लोगों के साथ मिलकर सरकार चला रही थी। उमा भारती पर भी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उमा भारती ने उन पर 15 हजार करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था लेकिन निचली अदालत में वे न तो कोई सबूत दे पाई, न ही आरोप पत्र दिलवा सकी। अब उन्हें नोटिस मेरी ओर से गया है। दिग्विजयसिंह ने बाबा रामदेव पर भी बड़ा हमला करते हुए कहा कि चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा है, उसकी मदद के लिए दो-दो सेटेलाइट भेज रहा है, भारत के उस हिस्से को जिसे पाक अधिकृत कश्मीर कहा जाता है, वहां से सडक़ बना रहा है, उस चीन को मोदी सरकार भारत में बैंकिंग का लाइसेंस दे रही है, उससे व्यापार-कारोबार कर रही है। इसलिए मैं पूछना चाहता हूं कि भगवा वस्त्र पहनकर व्यापार करने वाला बाबा रामदेव अब कहां है? व चीनी सामानों की और चीन के बहिष्कार की बात अब क्यों नहीं करते?