जोबट के आखरी भगोरिया मे दिखी लोक संस्कृति की झलक सामाजिक संगठन ने निकाली गेर

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आलीराजपुर। आदिवासी समाज का लोकप्रिय त्योहार भगोरिया आज आलीराजपुर जिले के जोबट मे लगा जहा आदिवासी समाज के युवक युवतिया बुजुर्ग बच्चे एक जेसे परिधान मे सज धज कर भगोरिया हाट मे पहुचे सभी ने भगोरिया पर्व का आनन्द लिया वही सामाजिक संगठन ने भी इस भगोरिया पर्व पर गैर निकाली सामाजिक संगठन भील सेना संगठन के संस्थापक शंकर बामनिया अपने कार्यकर्ताओ के साथ जोबट भगोरिया हाट मे पहुचे स्थानीय कालेज तिराहे पर स्थित टंटया भील भील की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यकर्ताओ के साथ करीब 40 ढोल मांदल बजाकर रंगारंग गैर निकाली वही आदिवासी समाज के युवक युवतिया बच्चो ने झुले चकरी का आनन्द लिया।

आपको बता दे की आलीराजपुर जिले के जोबट मे आज आखरी भगोरिया हाट लगा भील सेना संगठन के कार्यकर्ताओ ने ऐतिहासिक गैर निकाली जिसमे भील सेना के टाइगर शंकर बामनिया अपने समर्थको के साथ पहुचे ओर ढोल मांदल बजाकर कार्यकर्ताओ को खुब नचाया जोबट मे भील सेना की ये सबसे बडी ऐतिहासिक गैर थी वही मीडीया के माध्यम से समाज से अपील करते हुए भील सेना संस्थापक शंकर बामनिया ने कहा की आदिवासी समाज  मे आने वाले दिनो मे शादी ब्याह होने वाले है आदिवासी समाज के भाई बहन बुजुर्ग अपने गांव मे फलियो मे डी 3 दहेज डीजे ओर दारू को लेकर जो मुहिम चल रही है उसको सभी को सफल बनाना है भील सेना संगठन की ओर से समाज के लोगो से ये अपील करता हु की जो डी 3 की मुहीम चल रही है उसके सफल बनाए जिससे आने वाले दिनो मे समाज मे बहुत कुछ परिवर्तन देखने को मिले वही सभी आदिवासी समाज को भगोरिया होली ओर रंगपंचमी की शूभकामनाए ओर बधाई देते हुए शंकर बामनिया ने कहा की ये जो भगोरिया हाट का उत्सव है ये हमारे आदिवासी समाज का होली के सात दिन पहले आने वाला त्यौहारीया हाट है इसमे हम सभी आदिवासी समाज के लोग इस भगोरिया हाट मे आते है खरीदी करते है ढोल बजाते है नाचते है ओर उत्साह के साथ हम इस त्योहार को मनाते है वही भील सेना के चतरसिह मण्डलोई  भी ढोल मांदल बजाकर भगोरिया हाट मे गैर मे शामिल हुए ओर सभी आदिवासी समाज के लोगो को भगोरिया हाट होली रंगपंचमी शीतला सप्तमी की बधाई देते हुए कहा के भगोरिया हमारे आदिवासी समाज का लोकप्रिय त्योहार है इसमे हम सब आदिवासी समाज के लोग इस भगोरिया हाट का साल भर तक इंतजार करते है इस भगोरिया हाट मे सभी लोगो से सगे सम्बंधियो से मेल मिलाप होता है वही ढोल मांदल बजाकर नाचते कुदते है ओर आनन्द मनाते है इस दोरान भील सेना संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश बधेल राजेश भूरिया प्रदीप मेहडा जनपद सदस्य हिरेसिह मिनाल इंद्रसिंह मण्डलों थांवला भुरिया मोतेसिहं बघेल सुनिल मेहड़ा प्रकश मेहड़ा  आलम मेहड़ा इंद्रर डावर कमलसिंह बेघल समरु मेहड़ा सागरी बामनिया दिलीप कटारिया वेस्ता बामनिया महेश बामनिया दिलीप भिंडे वेश्ता बामनिया कमलेश भिंडे विक्रम भिंडी शुक्ला चौहान पासिंग संदीप डावर कुंवर सिंह मंडलीया संदीप बामनिया राज बामनिया सहीत अन्य कार्यकर्ता मोजुद थे।

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