जीर्ण-शीर्ण शाला भवन दे रहा दुर्घटना को न्योता, संचालक तथा स्थानीय प्रशासन को घटना का इंतजार!

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 मयंक विश्वकर्मा @आम्बुआ 

आम्बुआ कस्बे में संचालित एक निजी शिक्षण संस्था जो कि किराए के भवन में संचालित है जीर्ण-शीर्ण हो चुकी है ।इस इमारत के बराडे पर लगे टीन शेड का एक हिस्सा टूटकर गिरने की कगार पर यदि यह गिरता है तो कभी भी जानलेवा दुर्घटना हो सकती है। आसपास के रहवासी भी आशंकित है संस्था संचालक तथा स्थानीय प्रशासन भी शायद किसी घटना का इंतजार कर रहा है।

हमारे प्रतिनिधि को आम्बुआ पंचायत क्षेत्र में रह रहे निवासियों ने बताया कि समीप ही पुराने पंचायत में अलीराजपुर की एक अशासकीय समिति द्वारा निजी शिक्षण संस्था संचालित है लगभग 70-80 वर्ष से भी अधिक पुरानी इमारत अनेक स्थानों से जीर्ण-शीर्ण हो चुकी है। कोरोना काल (मार्च 2020) से शिक्षण संस्था बंद रही है इस संस्था के बराडें पर लगे लोहे के पतरे टूट कर लटक रहे हैं जिससे दुर्घटना का भय बना हुआ है ।यहां पर मंगलवार को साप्ताहिक हाट बाजार रहता है तथा भवन के नीचे सब्जी कपड़े आदि की दुकान लगती है ।दुकानदार अपना सामान भवन के चबूतरे पर भी रखते हैं ।अन्य दिनों यह आसपास निवास करने वाले परिवारों के बच्चे चबूतरे पर तथा भवन के नीचे खेलते रहते हैं यदि ऊपर लटक रहे लोहे के पतरे हवा से गिरते हैं तथा वहां उस समय कोई छोटा बड़ा व्यक्ति या जानवर आदि हो तो वह दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है ।यदि सिर पर गिरा तो पतरे का तेज नुकली भाग जानलेवा भी हो सकता है संस्था बंद होने से संचालक तथा अन्य यहां आ नहीं रहे हैं तथा जानकारी होने के बावजूद स्थानीय प्रशासन अनदेखा कर दुर्घटना का इंतजार कर रहा है स्थानीय निवासियों ने कई बार मौखिक रूप से ध्यान आकर्षित कराया मगर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।