जलसकंट पर जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों ने किसानों की समस्या नहीं सुनी, तो मावठा से आया भरपूर पानी से अंचल में खुशी

May

सिराज बंगडवाला, खरडूबड़ी
खरडुबडी में नवम्बर माह से किसानों, मवेशी एव ग्रामीण जलसकंट से परेशान थे। इसके लिए ग्रामीणों, किसानों ने प्रशासनिक अमले से लेकर सभी जनप्रतिनिधियों से अपनी ज्वलंत समस्या हल करने के लिए कई बार गुहार लगाई, लेकिन उनकी समस्या नहीं सुनी गई। वहीं सांसद तक ने भी पानी की समस्या को लेकर सिर्फ आश्वासन ही दिया गया। करीब नवंबर माह से गेहूं, मक्का एवं चना जैसी फसलों सूख रही थी जिस को नुकसान होता पंरतु इन्द्र देव ने किसानों की सुन ली जो अभी अभी मावठा (बारिश) होने से किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। क्योंकि क्षेत्र में माठवे के रूप में बाशि ने एक बार फिर से नदी-नाले लबालब भर दिए तो वहीं किसानों की सूख रही फसलों को नया जीवनदान भी मिल गया। साथ ही पशुओं के पीने के पानी की समस्या भी वर्तमान में हल हो गई।

किसान यह बोले-
किसान पिन्टू डामोर- यह पानी न किसी अधिकारी या सांसद द्रारा धमोइ तालाब से छोडा गया है यह पानी जो अभी अभी माठवा गिरने से जो धमोइ तालाब बहता हुआ सापन नदी में आ गया है।
किसान मानसिंह डामोर कहते हैं कि सांसद गुमान सिंह डामोर को भी ग्राम पंचायत द्रारा एक आवेदन पत्र भी पानी के लिए दिया गया था पंरतु सांसद की बात भी ई- साहब ने न सुनी। पंरतु इन्द्र देव ने किसानों की प्रार्थना सुन ली जो अभी अभी मावठा गिरने से पानी की समस्या दूर हो गया है। अब किसानों को एक माह तक पानी की समस्या नहीं रहेगी। वहीं क्षेत्र के किसानों को करीब दो किलोमीटर दूर पानी के लिए नहीं जाना पड़ेगा, वर्तमान में पानी की जद्दोजहद समाप्त हो गई है।