अलीराजपुर। कलेक्टर सभा कक्ष मे कलेक्टर शेखर वर्मा की अध्यक्षता में जनसुनवाई सम्पन्न हई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ शीलेन्द्रसिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री टीएन सिंह,संयुक्त कलेक्टर श्री दयाचंद पाटीदार,संयुक्त कलेक्टर श्री एसपीएस चोहान, एसडीएमएस हनोतिया सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। आवेदन जोहरी पिता इनायत अली निवासी अलीराजपुर ने आवेदन दिया कि उसने गैस एजेंसी में गैस सिलेण्डर की बुकिंग 20 अगस्त को करवाई थी। एजेंसी द्वारा आज दिनांक तक गैस सिलेण्डर रिफील करके नहीं दिया गया उच्च शिक्षा के लिए ऋण या सहायता राशि दिलाई जाए। वही संगीता पिता कैलाश चोहान निवासी धोलखेडा तहसील अलीराजपुर ने आवेदन दिया कि उसने कक्षा 12वीं तक पढ़ाई की है तथा नर्स की प्रवेश परीक्षा में कम अंक होने से सरकारी काॅलेज आवंटित नहीं हुआ।उसके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वह आगे पढ़ाई जारी रखना चाहती है। शासन की योजनानुसार उच्च शिक्षा के लिए ऋण या सहायता राशि दिलाई जाए
एक कान से सुनाई नहीं देता है ईलाज लिए आर्थिक सहायता की मांग की
आवेदक विकास पिता मखडिया निवासी जवानिया ने आवेदन दिया कि उसकी आर्थिक स्थिति बेहत कमजोर है। उसके पुत्र को एक कान से सुनाई नहीं देता हैै। वह अपने पुत्र के ईलाज करने में सक्षम नहीं । उसके पुत्र का शासन की योजनानुसार ईलाज करवाया जाए। कलेक्टर शेखर वर्मा ने संबंधित अधिकारी को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
आवेदिका सेवानिवृत्त संगठक देवकन्या शर्मा आम्बुआ ने आवेदन दिया कि उसकी सेवापुस्तिका में लिपिकीय त्रूटि के कारण जन्म दिनांक गलत अंकित किया गया है। इस कारण उसकी सेवापुस्तिका सीएमएचओ कार्यालय द्वारा भोपाल मार्गदर्शन के लिए भेजी गई है। सेवापुस्तिका भोपाल भेजे जाने को 6 माह से अधिक समय हो गया है। भोपाल से सेवापुस्तिका बुलाने के लिए सीएमएचओ को निर्देशित किया जाए ताकि उसका पीपीओ जारी हो सके। आंगनवाड़ी केन्द्र 15 दिन से बंद है
ग्राम तडवी फलिया पंचायत उदयगढ़ के निवासियों ने आवेदन दिया कि उनके ग्राम के तडवी फलिया स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र 15 दिन से बंद है और बच्चों को पोषण आहार का वितरण भी नहीं किया जा रहा है। आंगनवाड़ी केन्द्र माह में 3-4 बार ही खुलता हैै।
पैसे लेने के बाद भी रजिस्ट्री नहीं की जा रही
मेहताब निवासी कोसदूना ने आवेदन दिया कि उसकी भाभी ने अनावेदक से एक लाख 60 हजार रूपए में कृषि भूमि क्रय करने का सौदा किया था और अनावेदक ने रूपए लेने के बाद रजिस्ट्री करने का आश्वासन दिया था। अनावेदक को सम्पूर्ण राशि दे दी गई है लेकिन वह पैसे लेने के बाद भी उसकी भाभी के नाम रजिस्ट्री नहीं कर रहा है।