आलीराजपुर। भीमानायक वनांचल सेवा संस्था द्वारा संचालित जनजाति विकास मंच, आलीराजपुर ने हाल ही में आलीराजपुर के शहीद छितुसिंह किराड़ महाविद्यालय सभागृह में एक भव्य जनजाति प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस समारोह का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाना और शिक्षकों के प्रति जागरूकता पैदा करना रहा, साथ ही जनजाति समाज की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना भी था।
इस अवसर पर, 10वीं और 12वीं कक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले जनजाति विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, उन शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने अपनी संस्थाओं में शत-प्रतिशत परिणाम देकर शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय परंपरा के अनुसार माँ भारती और भगवान बिरसा मुंडा जी के चित्रों पर दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया गया। समारोह में उपस्थित अतिथियों द्वारा अपने विचारों से युवाओं और समाज को प्रेरित किया: कार्यक्रम के विशेष अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य तय कर आगे बढ़ना चाहिए और आज के युवाओं को अनुशासन के साथ यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। जनजाति विकास मंच जिलाध्यक्ष राजेश डुडवे ने जनजाति समाज के विद्यार्थियों और प्रतिभावान शिक्षकों के सम्मान समारोह के महत्व पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता रूपसिंह जी नागर ने ‘पंच-परिवर्तन’ के लक्ष्यों के साथ समाज को नई दिशा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्रों में गुरु को भगवान से भी ऊपर है, साथ ही जनजाति समाज की अस्मिता, अस्तित्व और आस्था को बचाए रखने का आह्वान किया। जिला प्रमुख गोविंद भयड़िया ने अपने स्वागत भाषण में जनजाति विकास मंच शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, हित रक्षा और संस्कृति संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर समाज के लिए निरंतर कार्य कर रहा है, उन्होंने यह भी कहा कि पढ़-लिखकर सफल होने के बाद समाज के प्रति सार्थक बनना भी महत्वपूर्ण है।
