जनजाति विकास मंच ने आयोजित किया जिला स्तरीय जनजातीय संत सम्मेलन

May

विपुल पंचाल, झाबुआ

झाबुआ। स्थानीय वनवासी कल्याण आश्रम पर जनजाति विकास मंच झाबुआ द्वारा जिला स्तरीय जनजातीय संत सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें झाबुआ जिले के समस्त विकासखंड से 200 से अधिक जनजातीय संत उपस्थित हुए।
रूद्र पूरी महाराज ने जनजातीय संत सम्मेलन को कहा कि हम संत समाज को केवल मठ मंदिर में तक सीमित नहीं रहना है हमें हमारे समाज को आगे बढ़ाने के लिए सदैव सतत संपर्क करते रहना पड़ेगा और जागरण करना पडेगा।

महामण्डलेश्वर भग्गा जी महाराज ने अपने उद्बोधन में बताया कि संत समाज किसी भी समाज की दिशा तय करता है उसके अनुरूप समाज अपने दिशा तय करता होता है और भविष्य के लिए समाज स्थायित्व प्राप्त करता है।
संत श्री कानुराम जी महाराज ने अपने उद्बोधन में धर्मांतरण को लेकर विशेष जोर दिया जिसमें उन्होंने कहा कि हमारा जनजाति समाज भोला भाला है और विदेशी षड्यंत्र में फंसता जा रहा है। हमें हमारी संस्कृति और परंपरा को बचाना है तो विदेशी षड्यंत्र से बचाकर समाज को पारंपरिक रूप से मजबूत करें।

सम्मेलन के मुख्य वक्ता जनजाति विकास मंच प्रांतीय जनजाति कार्य प्रमुख श्री कैलाश अमलियार ने अपने उद्बोधन में बताया कि हमें संत समाज के निर्देश में समाज को हर क्षेत्र में मजबूत करना है और समाज को आगे बढ़ाना है। श्री अमलियार जी ने आगे कहते हुए कहा कि 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिन है उस दिन संपूर्ण भारत में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाने वाले हैं इस तरह से हमें भी अपने क्षेत्र में अपने जिले में अपने गांव में जनजाति गौरव दिवस धूमधाम से मना कर विदेशियों और षड्यंत्र कार्यों को यह संदेश देना है कि हम अब भगवान बिरसा मुंडा के पद चिन्हों पर चलने वाले हैं तुम्हारी यहां कोई आवश्यकता नहीं है।
जिले भर के संपूर्ण संत समाज ने एक स्वर में कहा कि हम विदेशी षड्यंत्र और ताकतों के खिलाफ डटकर खड़े रहेंगे और हमारे समाज को आगे ले जाने के लिए संकल्प बद्ध है।
इस दौरान बदु भगत, शैतान भगत, मांगीलाल भगत, दिवान जी महाराज, तोलिया भगत, गुड्डू जी भगत, मगन जी बबेरिया, वालसिंह मसानिया, शैलेन्द्र सोलंकी, संजय भाबर, शान्तु बारिया, महेश मुजाल्दे, जिला संगठन मंत्री गौरसिंह कटारा आदि मौजुद थे।
कार्यक्रम का आभार श्री अल्केश मेडा ने माना।