जनजाति इस धरती का सबसे पहला हिंदू समाज है, 15 नवंबर को जिले में भगोरिया महोत्सव की तरह गौरव दिवस मनाया जाएगा
आलीराजपुर। जनजाति विकास मंच द्वारा जनजाति गौरव दिवस व भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को लेकर युवा सम्मेलन का कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें डेढ़ हजार से अधिक युवाओं ने भाग लिया और वक्ताओं ने अपने विचार रखे और युवाओं को धर्म के पद के साथ समाज के विकास के लिए आव्हान करते हुए धर्म, संस्कृति, परंपरा और रीति रिवाज को जीवित रखने का संदेश दिया।
अतिथियों ने बिरसा गौरव यात्रा का शुभारंभ किया,जनजाति विकास मंच के द्वारा जनजाति गौरव दिवस व भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को लेकर युवा सम्मेलन कार्यक्रम हुआ जिसमें डेढ़ हजार से अधिक युवाओं ने भाग लिया,जहां पर मुख्यवक्ताओं के साथ में जनप्रतिनिधि और समाज के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने अपने विचार रखें युवा सम्मेलन के मुख्य वक्ता राजेश डावर ने कहा कि जनजाति इस धरती का सबसे पहला हिंदू समाज है यहां का प्रत्येक हिंदू और जनजाति समाज के लोगों अपनी संस्कृति परंपरा रीति रिवाज ओर पूर्वजों की आस्थाओं को जीवित रखी है,जिन्हें जीवित रखना भी आज के युवाओं का कर्तव्य बनता है। आज के युवा नशा, जुवा जैसे व्यसनों मैं फंसा हुआ है इससे छुटकारा पाने के लिए धर्म के पथ पर और पूर्वजों के द्वारा बताएं मार्ग पर चलने की आवश्यकता बताई, उन्होंने जनजाति समाज के महापुरुषों का इतिहास को प्रकट करते हुए बताया कि उन्होंने समाज और धर्म की रक्षा के लिए अपने प्रांणों की चिंता नहीं करते हुए बलिदान दिए हैं,उन्होंने छितू किराड,भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या भील, खांजा भील, राणा पूंजा भील जैसे महापुरुषों का इतिहास को बताया और उनके द्वारा किए गए समाज कार्यों को लेकर सभी युवाओं में जोश भरा उन्होंने मुगल शासन से लेकर वर्तमान इतिहास तक महापुरुषों को किए गए कार्य का बखान किया है, साथ ही इस जनजाति समाज के द्वारा हिंदू रीति, पद्धति, संस्कृति और कुरोतियों को लेकर भी अपने विचार रखे हैं।
