झाबुआ लाइव के लिए थांदला – से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट
‘‘गुरु बिन न होय कोई काज, गुरु हो संग तो न आये कोई आचं’’ , इसी भाव के साथ नगर में गुरुपुर्णिमा महोत्सव धुम धाम से मनाया
गया। नगर के पद्मावती तट स्थीत वैकुण्ठ धाम गुरु द्वारा एवं अष्ट हनुमान मंदीर बावड़ी मंदीर,सहीत कई गुरु स्थानों एवं मंदीरों पर गुरुपुर्णिमा उत्सव धुमधाम से मनाया गया। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी श्रीवैकुण्ठ धाम गुरुद्वारा पर प्रातः से देर शाम तक न्यास मंडल द्वारा आयोजित विभीन्न धार्मीक आयोजनों के साथ गुरुपुर्णिमा महोत्सव मनाया गया। आयोजन हेतु एक दिन पूर्व से ही गुजरात ,राजस्थान एवं महाराष्ट्र सहीत विभिन्न स्थानों , से पहुचें गुरु भक्त श्रद्धालुओं एवं नगर के श्रद्वालुओं का ताता श्री वैकुण्ठ धाम गुरुद्वारा परिसर में लगने लगा। गुरुद्वारा प्रातः ब्रह्म मुहर्त में अन्नदाता गुरुदेव का अभिषेक गुरु भक्तों द्वारा किया गया। प्रातः 6 बजे मंगला आरती की गई । गुरु चरणों के पुजन हेतु गुरु सरस्वती नंदन स्वामी की पादुका पूजन का आयोजन किया गया। पादुका पुजन हेतु कतारों में लग कर श्रद्धालुओ द्वारा गुरुसेवा का लाभ लिया । नगर एवं बाहर से आये श्रद्धालुओं से खचाखच भरे मंदीर परिसर में मध्यान में महाआरती एवं महाप्रसादी का लाभ गुरुभक्तों द्वारा लिया गया। सायं के समय गुरुद्वारा जय जय सरस्वती नंदन स्वामी गुरुदेवा के नाम संकिर्तन एवं भजनों से गुंज उठा। देर रात तक गुरु भक्तों द्वारा नाम संकीर्तन एवं भजनों का आनंद लेते हुए गुरुपुर्णिमा आयोजन का समापन हुआ। अष्ट हनुमान मंदीर बावड़ी पर भक्त मलुकदासजी महाराज की महाआरती एवं प्रसादी का आयोजन किया गया। अवसर पर बडी सख्यां में भक्त मलुक दास मंडल के सदस्यगण, न्यासी, भक्त मलुक दास रामायण मंडल के सदस्य गण एवं नगरवासीयों ने पहुचं गुरु पुजन कर धर्म लाभ लिया। नर नारायण मंदीर षांती आश्रम सहित नगर के विभीन्न मंदीरों एवं गुरु स्थानों पर भी गुरु पुजन के कार्यक्रमों का आयोजन गुरु भक्तों द्वारा किया।