गरीबों को मिलने वाला खाद्यान्न फंसा राजनैतिक दांव पेंच में

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रितेश गुप्ता, थांदला

खाद्यान्न वितरण करने वाली उचित मूल्य की दुकान का स्थान परिवर्तित होने से नाराज ग्राम छायन के ग्रामीण अपनी समस्या को लेकर थांदला तहसील परिसर में पंहुचे परन्तु अवकाश का दिन होने से अनुविभागीय अधिकारी से मुलाकात नही हो पाई ओर बैरंग लौटना पड़ा। समर्थन में आये सरंपच का कहना है कि राजनैतिक दबाव बनाकर दुकान छायन से हटाकर उदयंग ले जाई जा रही है तों वही भूतपूर्व सरपंच का कहना है कि समुह द्वारा अनियममितता की षिकायत के बाद दुकान प्रषासन द्वारा हटा कर पंचायत भवन से हटा कर खाद्यान गोदाम में ले जाई जा रही है।
शनिवार शाम ग्राम छायन के गा्रमीण थांदला अनुविभागीय अधिकारी से अपने ग्राम में बीते दो वर्षों से चल रही उचित मूल्य की दुकान पुन: प्रारंभ करने के आवेदन को लेकर पंहुचे। ग्रामीणों का कहना था कि ग्राम छायन में उचित मूल्य की दुकान जो कि पंचायत भवन में समूह द्वारा चलाई जा रही थी उसका खाद्यान्न अब छायन पंचायत के ग्राम उदयगंज में भेजा जा रहा है। चूंकि ग्राम उदयगंज की दुरी अधिक है व आने जाने में भी ग्रामीणों को खासी समस्या का समाना करना पड़ रहा है। ऐसे मे महिलाओं का खाद्यान्न लेने पहुंचने में खासी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
सरपंच तोलसिंग मुणिया
ग्रामीणों के समर्थन में आए सरपंच तोलसिंग मुणिया ने आरोप लगाए की भूतपूर्व सरंपच ने राजनैतिक दबाव बनाकर, दुकान अपने ग्रह ग्राम में ले जाई जा रही है ताकि मनमानी से अनाज वितरण किया जा सके। इसी कारण खाद्यान्न भर कर आये वाहन को भी थाने पर रोका गया है।
विधायक आये समर्थन में
छायन ग्राम के ग्रामीणों की समस्या देख कर समर्थन में तहसील परिसर में आये विधायक वीरसिंह भूरिया ने कहा की ग्रामीणों को दर दर खाद्यान्न के लिये भटकना पड़ रहा है। दोनों गांव के लोगो में विवाद की स्थिति बन रही है जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा गा्रमीणों को परेशान किया जा रहा है। प्रशासन के जिम्मेदारो से मै बात कर रहा हुए, ताकि विवाद समाप्त हो सके और दुकान दोनो ग्रामों के बिच व_ा में शिफ्ट कर दी जावे।
हिम्मतसिंह भूतपूर्व सरपंच
वही भूतपूर्व सरपंच हिमम्तसिंह कटारा का कहना है कि बीते लम्बे समय से उचित मूल्य की दुकान छायन में पंचायत भवन में चलाई जा रही थी, जिस समूह द्वारा दकान का संचालन किया जा रहा था उसकी कई शिकायतें हुई जिसके बाद सोसाईटी द्वारा एवं एसडीएम द्वारा समूह से वितरण बंद करवा कर उदयगंज में बने गोदाम में चालू करवाया है पूरा काम शासन के नियमानुसार किया जा रहा है। पंचायत भवन का उपयोग पंचायत के कामों के लिये होना चाहिए न कि अनाज रखने के लिए। ओर गोदाम बनाया ही इस लिये गया है कि यहां से उचित मूल्य की दुकान संचालित की जा सके। कांग्रेस द्वारा लगाए गये सभी आरोप निराधार है। गरीबों का अनाज जो कि उनमें किसी भी माध्यम से वितरित होना चाहिए था उन तक नही पहुंच रहा है। कुल मिलाकर राजनैतिक लड़ाई में ग्रामीण उनको मिलने वाले खाद्यान से वंचित रहे है।

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