छोटी सी बात को लेकर हुए विवाद में बरसाए पत्थर

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बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी

बीती रात को जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर रामा ब्लॉक के गांव खरडू बड़ी के स्कूल परिसर में रहने वाले पंडित शैलेंद्र पंड्या के घर पर कुछ युवाओं द्वारा शराब पीकर पत्थर मारे जा रहे थे जिसका विरोध मकान मालिक ने किया तो शराब पिए हुए युवाओ ने उनके साथ गाली गलौज की जिसके बाद युवाओ की टोली बनाकर शैलेंद्र पंड्या के घर जाकर घर के बाहर रखी मारुति वैगनआर पर पत्थर बरसाए। जिससे गाड़ी के कांच फूट गए। साथ ही बीच-बचाव करने आये शांतिलाल पंचाल को भी युवाओं द्वारा मारा गया। जिससे उनके हाथ में चोट आई इनके बीच में बीच बचाव करने आया शांतिलाल पंचाल के सुपुत्र रामचंद पंचाल को भी चोट आई ।

पंडित शैलेंद्र पंड्या द्वारा बताया गया करीब रात को 10 बजे के आस पास कुछ युवाओं द्वारा स्कूल परिसर में शराब पीकर पत्थर फेंक रहे थे। जिसमें से कुछ पत्थर पंडित शैलेंद्र पंड्या के घर पर पत्थर आये जिसके बाद मेरे सुपुत्र लक्की पंड्या और उदित पंड्या बाहर निकल कर आए और कौन है पत्थर फेंक रहा है करके बोला गया जिसके बाद उनके साथ गाली गलौज की गई इसके बाद युवा अपने दोस्तों को लेकर आया जिसके बाद घर के बाहर रखी RJ 12 CA 3564 कार पर पत्थर मारकर का गाड़ी के कांच फोड़ दिया ।

जिसके बाद पंडित शैलेंद्र पंड्या द्वारा उनके खिलाफ झाबुआ थाने में रिपोर्ट की गई । ओर जल्द से जल्द इनके ऊपर कड़ी कार्यवाही करने की मांगकी गई ।ताकि किसी ओर के साथ ऐसा ना हो।

घटना के करीब 1 घंटे बाद पहुँची डॉयल100,फिर भी थाने जाकर लिखी रिपोर्ट

हमारे द्वारा डायल 100 को फोन किया गया है लेकिन घटना के करीब 1 घंटे बाद मौके पर पहुंची पुलिस । तो ऐसे में किसी व्यक्ति या उनके परिवार के साथ कोई बड़ी घटना हो जाये तो आमजन कैसे पुलिस के सहारे रहेगी ? इसके बाद भी मोके पर आई डॉयल100 ने मौके पर रिपोर्ट नहीं लिखी झाबुआ थाने जाने के बाद लिखी गई रिपोर्ट।

क्या बड़ी घटना होने के बाद मौके पर पहुँचती है पुलिस?

पुलिस प्रशासन जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर भी घटना होने के बाद फोन करने के बावजूद करीब 1 घंटे बाद मौक़े पर पहुँची।सवाल यह है कि क्या पुलिस को फोन करने के बावजूद भी पुलिस प्रशासन मोके पर नहीं पहुँचता क्या किसी बड़ी घटना होने के बाद ही मौके पर पहुंचती है पुलिस?

आमजन कैसे रहेगा पुलिस के भरोसे

जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर भी पुलिस प्रशासन घटना के करीब 1घंटे बाद पहुंचता है तो ऐसे में जिला मुख्यालय के आस पास ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आमजन पुलिस के सहारे (भरोसे)कैसे रहेगा?

आहते बंद करने के बावजूद खुलेआम बिक रही ग्रामीण क्षेत्रों में शराब

मुख्यमंत्री ने शराब की अहाते बंद को लेकर बयान दिया था। चाहे सरकार कितने भी बड़े दावे कर ले लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है मुख्यमंत्री ने शराब की अहाते बंद करने का फैसला लिया था जिसके बावजूद भी शराब ठेकेदार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की दुकानों पर खुलेआम वितरण किया जा रहा है जिसको लेकर पुलिस प्रशासन एवं आबकारी अधिकारी भी जिसे नजरअंदाज करते दिख रहे हैं केवल सरकार को दिखाने के लिए प्रशासन भी चुनिंदा लोगों से शराब पकड़ कर कार्यवाही कर देते हैं जिसके बाद फिर से शराब कारोबारी अपना बिजनेस शुरू कर देते हैं ऐसे में अभी शादी ब्याह का सीजन चल रहा है और युवाओं को नशे की लत लग रही है जिससे की युवा पीढ़ी आए दिन तेज गति से बाइक चला रहा है या फिर कहीं पर शराब के नशे में झगड़ा झुकती कर रहे हैं जिस और प्रशासन और आबकारी विभाग मौन बैठा है।

थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह गाडरिया ने कहा कि रात में शैलेंद्र पंड्या द्वारा थाने पर रिपोर्ट की गई है जिसमे कायमी की गई धारा427 एवं गाड़ी नुकसान के तहत जिसके ऊपर हम कार्यवाही कर रहे है।

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