19.94 लाख की लागत से बने इस तालाब में 3 सालों से एक बूंद पानी नहीं भर पाया

May

बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी

रामा ब्लॉक के गांव खरडू बड़ी के बारीफलिये में सन 2020-21 में आरईएस विभाग द्वारा करीब 20 लाख की लागत से एक तालाब का निर्माण किया गया था जिसमें करीब 3 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक इस तालाब में एक बूंद पानी नहीं है। 

सन 2020-21 में बनाए गए तालाब से आसपास के फलिये वाले काफी खुश नजर आ रहे थे क्योंकि बारिश में तालाब नहीं होने के कारण आसपास के लोगों को खेती में सिंचाई के लिए नदी से पाइप लंबा कर अपने खेतों में सिंचाई करनी पड़ती थी लेकिन तालाब वहां बन रहा था लोगों में काफी उत्साह था लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी आज तक इस तालाब में एक बूंद पानी नहीं है जिसकी 2022 23 में सीसी भी जारी कर दी गई है। जब कि तालाब पर मजदूरी करी लोगो की भी मजदूरी बकाया है इसके बाद भी बिना इस तालाब को देखे अधिकारियों ने इसकी सीसी जारी कर दी जिस ओर  आरएस विभाग के साथ-साथ प्रशासन का अमला भी इस और ध्यान देना चाहिए।

इस तालाब पर 28 जनवरी से काम चालू किया गया ऐसा ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा था लेकिन जब हम ग्राउंड पर पहुँचे तो सिर्फ तालाब की साफ सफाई की गई।और वहाँ काम कर रहे लोगो से बात की तो उन्होंने बताया कि तालाब के दोनों साईड होल है जिसके कारण पानी नहीं रुक रहा है । 

तालाब पर काम किया बदिया सिंगाड ने बताया कि मेरा पानी मोटर से डलवाया गया था जिसके  करीब 45000 के आस पास पेमेंट बकाया है। इसी तरह ही एक किसान लाला चौहान ने बताया कि मेरे खेत मे से काली मिट्टी लाई गई थी जिसका भी भुगतान ठेकेदार द्वारा नहीं किया गया । तालाब पर काम करने वाले मजदूर सुरेश, कमल, नाहरसिंह, जामसिंह, महेश, कैलाश आदि ऐसे मजदूर है जिन्होंने इस तालाब पर काम किया जिसका करीब 1 से 2 माह का भुगतान नहीं किया गया।और तालाब पर काम किये दो टैक्टर के भी करीब  70000/-रुपये का भुगतान बाकी है।जिसको लेकर ठेकेदार आजतक पेमेंट नहीं किया गया।

रामा ब्लॉक के जनपद उपाध्यक्ष पति रमेश जोगड़िया डामोर ने बताया कि वर्ष 2020 21 में बारीफलिये में करीब 19.94 लाख की लागत से बनाये गए तालाब में एक बूंद पानी नहीं है जिसके बाद भी अधिकारियों ने इस तालाब की सीसी जारी कर दी गई। करीब  19.94 लाख की लागत से बने तालाब का लाभ आस पास के लोगो को नहीं मिला जिस ओर अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए।ओर बिना इस तालाब की जांच कर अधिकारियों ने सीसी जारी कर दी इसकी भी जांच होना चाहिए।

भुरा परमार  टाइम पिपर ने बताया कि तालाब में पीसीसी कर दिया गया है और मजदूरी का पेमेंट मजदुरो कर दिया गया है ।

मुन्ना चौहान मजदूर ने बताया कि हम जब भी मजदूरी लेने जाते हैं तो भूरा परमार टाइम पिपर द्वारा धमकी दी जाती है तुमने पत्रकार को क्यों बुलाया और शराब पिकर गंदी गंदी गालियां दी जाती है।

जब हमारे द्वारा  ग्राउंड रिपोर्ट करने बारिफलिया तालाब पर  पहुंचे तो देखा कि जो टाइम पिपर भूरा परमार है उसने बताया कि तालाब में पीसीसी की गई । लेकिन हम मौके पर पहुँचे तो हमे वहाँ पर ऐसा नहीं दिखाई दिया गया है ।सिर्फ तालाब के पिछले हिस्से में जहां पर बड़ा होल हुआ था वहां पर सिर्फ बड़े पत्थरों से होल को बंद कर दिया गया है जिससे तालाब में पानी नहीं रुकेगा। जिसकी जांच प्रशासन को करनी चाहिए।क्योंकि करीब 20 लाख की लागत से बने तालाब का लाभ यहाँ के किसानों को करीब 3 सालो से नहीं मिला।

मजदूर लाला चौहान का कहना है कि अभी सफाई एवं रिपेयर करवाना के लिए छः मजदूर को 17 दिन काम करने के बाद भी आर एस विभाग के ठेकेदार द्वारा अभी तक मजदूरी नहीं दिया गया मजदूर से बारिफलीया तालाब,बेहरी तालाब एवं अभी झाबुआ में  चुनाव के दरमियान झाबुआ में भी ठेकेदार द्वारा काम करवाया गया जिसका भी आज तक मजदूरी नहीं दिया गया। 

आरएस विभाग के अलावा सर का कहना है कि मेरे संज्ञान में नहीं यह पुराना है फिर भी मैं जांच करवाता हु।जैसा भी होगा में दिखवा लेता हूँ।