पीएचई विभाग द्वारा लाखों खर्च करने के बावजूद पानी की किल्लत से परेशान हो रहे है ग्रामवासी

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बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी

रामा ब्लॉक के गांव खरडू बड़ी पंचायत में हर साल की तरह इस साल भी पेयजल की समस्या के लिए ग्रामीण लोग परेशान हो रहे हैं। ना तो ग्राम पंचायत द्वारा कोई टैंकर से पानी वितरण किया जा रहा है और ना ही पंचायत द्वारा ओर ना ही कोई बड़े नेता द्वारा यहां के सापन नदी पर पानी छुड़वाया जा रहा है। जिससे ग्रामीण और मवेशियों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। गांव की महिलाओं द्वारा कई बार ग्राम पंचायत में शिकायत करने के बावजूद भी ना तो आज तक पानी वितरण किया गया और ना ही उनके लिए कोई सुख सुविधा की गई। आपको बता दें कि पीएचई विभाग द्वारा यहां की ग्राम पंचायत में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी नल जल योजना के माध्यम से नवसरी से बाजार तक पाइप लाइन बिछाई गई है फिर भी पानी की समस्या दूर नहीं हो रही है। यहां की सापन नदी पर एक कुआं बनाया गया है जिससे यहां पर बनी पानी की टंकी तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जाता है लेकिन जब नदी में पानी नहीं है तो टंकी में पानी कैसे जाएगा। ग्राम पंचायत में पहले जब सालरपाड़ा डैम बैराज नहीं बना था तो धमोई तालाब से पानी छुड़वाया जाता था लेकिन जब से यहां बैराज बन गया है तो यहां के लिए पानी नहीं दिया जाता है पहले जब धरम पुरी बैराज नहीं था तो झाबुआ वालों के लिए धमोई तालाब से पानी छोड़ा जाता था अब यहाँ सालरपाड़ा बैराज  बनने से गांववासी पानी से वंचित हो रहा है। यहां की सापन नदी में पानी नहीं होने से यहां के गांव वासी को पानी की बहुत किल्लत हो रही है यह नदी में फरवरी माह से पानी की समस्या यहां के ग्रामवासी को उठानी पड़ रही है। प्रशासन से यह मांग कर रहे हैं कि इस सापन नदी   समिप पर करीब पांच गाँव लग रहा है जिसको भी सापन नदी के सहारे ही है।

अर्जुन राठौर ग्रामवासी का कहना है कि पहले धमोई तालाब से झाबुआ के लिए पानी छोड़ा जाता था तब यहाँ के लोगों को पानी की समस्या नहीं होती थी लेकिन धरमपुरी बैराज बनने के बाद यहां के ग्रामवासी के साथ-साथ मवेशियों को भी पानी पीने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

बल्लू भाई डामोर किसान का कहना है कि हमें मवेशियों को पानी पिलाने के लिए दूर दूर जाकर पानी लाना पड़ता है। पिछले साल धमोई तालाब से पानी छोड़ा जाता था तो हमने मवेशियों को पानी  पिलाने के लिए समस्या नहीं होती थी लेकिन अब बहुत किल्लत हो रही है पानी की शासन प्रशासन से यही मांग करते हैं कि हमारे गांव वालों को धमोई तालाब या सालरपाड़ा बैराज से पानी छोड़ा जाए, जिससे ग्राम वासियों की परेशानी दूर हो सके।

ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि हमें पानी के लिए घंटो लाइन में लगकर  हैंड पंप से पानी लाना पड़ता है और अभी गर्मी इतनी ज्यादा है कि हैडपम्प के पानी का लेवल है वह भी कम हो चुका है। जिससे एक 2 घंटे बाद पानी लेवल होकर आता है तो हम पानी भर पाते हैं।

ग्राम पंचायत सचिव प्रकाश सोलंकी का कहना है कि पानी की समस्या को लेकर आगे अधिकारी को अवगत कराया है की धमोई तालाब या सालरपाड़ा बैराज से यह कि सापन नदी के लिए पानी छोड़ा जाए। जिससे यहां के ग्राम वासियों और मवेशियों को पानी की किल्लत से छुटकारा मिल सके। पानी की समस्या को दूर करने के लिए हमने नवसारी मैं जो पाइप लाइन बिछाई गई वहां एक वाल लगाया गया था जिसके माध्यम से पानी की टंकी है भरा सके लेकिन कुछ दबंगों द्वारा उस वाल को बंद कर दिया जाता है। जिसके कारण पानी की समस्या होना चालू हो गई है। लेकिन अब हमने वहां एक चेंबर बनाया है जिसे पानी की समस्या दूर हो सके इसी के साथ हमने पीएचई विभाग के अधिकारी द्वारा हमने एक नया 17 इंच का एक नया बोर करने की बात की है अगर वह मंजूर हो जाता है तो गाँव वाले को पानी की समस्या दूर हो जाएगी।

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