धरती आबा अभियान शिविर में व्यवस्थाओं की कमी: आधार सेवा रही ठप, जनधन और नेत्र परीक्षण विभाग नहीं पहुंचे
बड़ी खट्टाली, विजय मालवी
धरती आबा जनभागीदारी अभियान के तहत ग्राम बड़ी खट्टाली में बुधवार को बहुविभागीय शिविर का आयोजन किया गया। लेकिन आवश्यक सेवाओं की अनुपलब्धता और तकनीकी समस्याओं के चलते ग्रामीणों को निराशा का सामना करना पड़ा। वही कुछ सफलताएं भी दर्ज हुईं। पंचायत स्तर पर पेंशन के 10 आवेदन लिए गए और 23 समग्र ई-केवाईसी पूर्ण की गईं।
शिविर में पहुंचे ग्रामीणों को हुई परेशानी
शिविर में समग्र ई-केवाईसी, आयुष्मान कार्ड, पशुपालन, कृषि, राशन कार्ड, पेंशन, व अन्य कई विभाग सक्रिय रहे। लेकिन आधार सेवा के संचालन में गंभीर खामियां देखी गईं। सर्वर ठप होने और ऑपरेटर के समय से पहले चले जाने से बड़ी संख्या में ग्रामीणों का कार्य अधूरा रह गया। गोविंद व सुरेंद्र डुडवे तथा बबलू खत्री अपने बच्चे के आधार में सुधार करवाने सुबह से ही शिविर में मौजूद थे। परंतु उनका कार्य भी नहीं हो पाया। इसी तरह विजय कुमार वर्मा अपने पोते का आधार बनवाने आए थे लेकिन निराश लौटे। श्याम राठौड़ अपनी जन्मतिथि में सुधार करवाना चाहते थे। परंतु दोपहर तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। शिविर में जनधन योजना और नेत्र परीक्षण सेवाएं उपलब्ध नहीं थीं, जिससे इन सेवाओं के लिए पहुंचे लोगों को वापस लौटना पड़ा। विशेषकर वृद्ध ग्रामीणों को इससे परेशानी हुई।
शिविर में ग्राम सचिव कन्हैयालाल राठौड़, पटवारी महेंद्रसिंह रावत, सरपंच चेनसिंह डावर, रोजगार सहायक, मॉबिलाइजर कृष्णा मसानिया, एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। लेकिन जोबट जनपद के सीईओ सहित कोई भी वरिष्ठ अधिकारी शिविर में नहीं पहुंचा, जिससे व्यवस्थाओं में समन्वय की कमी साफ नजर आई।
ग्रामीणों ने मांग की है कि आगामी शिविरों की पूर्व जानकारी बेहतर ढंग से दी जाए, तकनीकी सेवाओं को दुरुस्त किया जाए, और सभी जरूरी विभागों की उपस्थिति अनिवार्य की जाए, ताकि धरती आबा अभियान का उद्देश्य सार्थक हो सके।