उपभोक्ता परेशान: मप्र ग्रामीण बैंक में समय पर आरटीजीएस नहीं होते, मैनेजर दौरा बाताकर बैंक से गायब रहते हैं

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विजय मालवी, खट्टाली

मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक बड़ी खट्टाली शाखा में मैनेजर के विरुद्ध उपभोक्ताओं में व्यापक असंतोष है। उसके बाद भी बैंक अधिकारियों का इस और ध्यान नहीं है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रीजनल अधिकारी रविंद्र कुमार शुतार को ग्रामीणों ने दौरे के दौरान उक्त मैनेजर की अनेक शिकायतें की थी। 

रीजनल अधिकारी रविंद्र शुतार एवं जिला अधिकारी दिलीप चौहान ने कहा था कि भविष्य में कोई पुनरावर्ती नही होगी। उसके बाद भी अभी चार दिन पूर्व मैनेजर की लापरवाही के कारण एवं दौरा बाताकर ग्रामीण अंचलों में जाने की चर्चा जोरों पर है। जब ग्राम पंचायत के सरपंच चेनसिंह डावर ने दूरभाष पर मैनेजर को ग्रामीण आदिवासियों के असंतोष से अवगत कराया तो मैनेजर शाम को 6:00 बजे आनंन फानन में बैंक पहुंचे एवं उपभोक्ताओं को रात्रि 7:00 बजे भुगतान किया। उक्त बैंक सिर्फ एक कैशियर के भरोसे चल रही है।

वहीं आज दिनांक 28/03/2025 को ग्राम के एक प्रतिष्ठित व्यवसाई शुभम कुमार ने सुबह 11:00 बैंक में चार आरटीजीएस जो की 13 लाख 60 हजार 223 के हैं। सायं काल 4:30 तक आरटीजीएस नहीं हुए तो मेहता ने बैंक में कैशियर से संपर्क किया। तो बताया कि मैनेजर दौरे पर है आने के बाद ही आपका आरटीजीएस होगा। ग्राहकों ने बताया कि मैनेजर प्रायः दौरा बाताकर चले जाते है परंतु ग्रामीण अंचलों में भी नहीं दिखते और नाहीं बैंक में रहते हैं।

ग्राम पंचायत के सरपंच चेनसिंह डावर, पंचायत प्रतिनिधि रमेश मेहता मदन लड्ढा, विजय मालवी सहित अनेक पंचायत प्रतिनिधियों एवं पत्रकारों ने रीजनल अधिकारी रविंद्र शुतार से सारी स्थिति से अवगत कराते हुए मांग की है कि बैंक में या तो स्टाफ बढ़ाया जाए अथवा मैनेजर के दौरे पर अंकुश लगाया जावे या बैंक मैनेजर सतीश कामले को बदलने की भी मांग की। सरपंच ने बताया कि यदि शीघ्र ही इस और ध्यान नहीं दिया गया तो ग्रामीणों को मजबूर होकर बैंक मैनेजर के विरुद्ध गांव बंद या धरना देना होगा। सरपंच ने बैंक मैनेजर की निष्क्रियता पर असंतोष व्यक्त किया। स्मरण रहे कि मैनेजर की अनेक शिकायत है पूर्व में समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुकी है। उसके बाद भी बैंक अधिकारी का कोई ध्यान नहीं है। कहीं खाता धारकों ने बताया कि यदि शीघ्र बैंक की व्यवस्था नहीं सुधरी तो मजबूरन एक साथ इस बैंक में अपने ग्रामीण अपने खाता बंद कर देंगे। ग्रामीण एवं व्यापारियों तथा पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही रीजनल कार्यालय झाबुआ पहुंचकर सारी वस्तु स्थिति से अवगत कराएगा।

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