अलीराजपुर live के लिऐ हमारे गेस्ट रिपोर्टर आलोक कुमार द्विवेदी स्पेशल रिपोर्ट ।
अलीराजपुर जिले के ग्राम पंचायत सीयाली के अखडीया फलिये की रंगू एक रहस्यम बिमारी की चपेट मे आ गयी अब परिजन 11 साल की रंगू को तील तील मरते हुए देख रहे है वही डाॅक्टर अमीत दलाल पूरी मेहनत से रंगू को बचाने के प्रयाश मे लगे है उन्हे भी आसा है कि अगर सरकारी सहायता मिल जाये और रंगू को किसी बडे चिकित्सालय मे भर्ती करवा दिया जाय तो रंगू को जीवन दान मिल सकता है।
ग्राम पंचायत सीयाली के अखडीया फलिये मे रहने वाले कुवंरसिह की 8 संताने हे जिनमे रंगू 7 वे नम्बर की संतान कुवरसिह के इस परिवार मे 6 लडके और दो लडकीयो कुल आठ लोगो का परिवार है विगत तीन साल पहले रंगू को इस रहस्यमय बिमारी ने घेर लिया इस बिमारी मे उसके शरीर पर छाले पडते एक छाला फुटता तो उसकी जगह दुसार छाला हो जाता इस प्रकार रंगू को पूरा शरीर छालो से छलनी हो जाता तीन सालो मे कुवरसिह ने दाहोद से लेकर हर उस जगह की खाक छान ली जहां से उसकी लाडली बैटी ठीक हो सकती थी और इस तरह बीमारी पर हजारो रूपये कुवरसिह ने खर्च कर दिये। कुछ दिनो तक ईलाज से फर्क पडता और फिर कुछ दिनो के बाद बिमारी रंगू को घेर लेती इस बार भी रंगू को इसी बीमारी ने घेर लिया विगत तीन चार दिनाे से रंगू का उपचार बोरी के प्राथमीक स्वस्थ्य केन्द्र मे डाॅ अमीत दलाल कर रहे वर्तमान मे रंगू के शरीर का ऐसा कोई हिस्सा बाकी नही है जो छालो से गल नही गया हो। कुवरसिह और माता रहबाई भी अब इस बिमारी से हार गया और रंगू को भगवान भरोसे छोड कर अपनी बैटी की सेवा मे लगा है।
सरकारी सहायता की आशा
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सरकार से मिलने वाली सहयात मे इस प्रकार की कोई बिमारी नही है इस कारण से रंगू को इस रहस्यमय बिमारी मे शायद ही कोई सरकारी सहयता मिल सके लेकिन कुवंरसिह को भरोसा है कि उसे कही न कही से मदद जरूर मिलेगी और उसकी लडकी का उपचार हो जायेगा।
यह बोले इलाके के मेडीकल आफिसर —
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रंगू की बिमारी को डरमीटाडीस कह सकतै है क्योकि एक स्थान पर छाल फुटता है और दुसरे स्थान पर होता है धिरे धिरे पूरे शरीर की चमडी पर हो जाता है और चमडी निकल जाती है हमारी पूरी कोशीश है कि रंगू ठिक हो जाय लेकिन सवुधी युक्त चिकित्सालयो मे यदि रंगू का उपचार प्रारंभ हो जाय तो बिमारी जल्दी पकड मे आ जायेगी और रंगू की वर्तमान स्थिती मे भी फर्क पड सकता है —-
डाॅक्टर अमीत दलाल , मेडीकल अधिकारी बोरी