आम्बुआ (अलीराजपुर) होलिका दहन के बाद धुलेंडी तथा उसके बाद रंग पंचमी के बाद शीतला सप्तमी शीतला माता का पूजन ठंडे खाद्य पदार्थों से किया जाता है और ठंडा ही खाया पिया जाता है। आम्बुआ तथा आसपास के क्षेत्र में कल 27 मार्च को शीतला माता का पूजन किया जाना है कस्बे से बाहर लगभग 2 किलोमीटर दूर स्थित शीतला माता मंदिर पर श्रद्धालुओं का सुबह लगभग 4 बजे से जुटना प्रारंभ हो जाता है। गर्मी का मौसम होने तथा भीड़ से बचने के लिए पूजा करने हेतु महिलाएं तथा पुरुष सुबह जल्दी मंदिर पहुंच जाते हैं। मंदिर प्रांगण में कुछ श्रद्धालुओं द्वारा टेंट ठंडा पानी आदि की व्यवस्था विगत वर्षों से की जा रही है जो कि इस वर्ष भी किए जाने की उम्मीद है माता जी को ठंडे पकवान, सफेद कागज, नारियल, चुनरी, दही, खाजा, चावल, चने, दलिया आदि अपने अपने कुल परंपरा के अनुसार श्रद्धालु चढ़ाते हैं स्मरण रहे की पूजा स्तर पर माताजी को जलता हुआ दीपक एवं जलती हुई अगरबत्ती नहीं रखी जाती है शीतला सप्तमी के लिए 1 दिन पूर्व से ही पूजन सामग्री एवं खाद्य सामग्री तैयार की गई है।
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