पियुष चन्देल, अलीराजपुर
वर्तमान युग विज्ञान और तकनीक का युग है। विज्ञान अपने प्रयोगों से नित नई तकनीक और प्रौद्योगिकी को समाज के सम्मुख विकास के आयाम के रूप में प्रदर्शित और समर्पित करता है, ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों में प्रारंभ से ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण का समुचित विकास होना चाहिए। बेटियों को जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान को सार्थक करना होगा।
इस तथ्य को धारण कर शासकीय कन्या शिक्षा परिसर अलीराजपुर में दो दिवसीय विज्ञान मॉडल निर्माण कार्यशाला का आयोजन प्रथम संस्था के सहयोग से किया गया। प्रथम संस्थान के राज्य एसोसिएट ऋषि निगम ने कार्यशाला के उद्देश्य व लक्ष्यों को विस्तार पूर्वक समझाते हुए मानव कंकाल के मॉडल निर्माण को भी विस्तारपूर्वक स्पष्ट किया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर अतिथि के रुप में उपस्थित अलीराजपुर जिलाधीश सुरभि गुप्ता, पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा ने संस्था की बेटियों का उत्साहवर्धन किया।विद्यालय में “फिट इंडिया मूवमेंट” एवं “पापुलेशन ग्रोथ एंड प्रोग्रेस कैन नॉट गो हैंड इन हैंड” की वॉल पेंटिंग तथा 19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर विद्यालय में बालिकाओं ने रंगोली प्रतियोगिता के उपलक्ष्य में कई सुंदर-सुंदर रंगोलियां बनाई। कलेक्टर महोदया द्वारा उस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया।
विद्यालय की शिक्षिका कुमारी रेणु करमदीया एवं बालिकाओं ने मिलकर गणित की कई पहेलियां बनाई। जब छोटी छोटी बालिकाओं ने कलेक्टर महोदया व एसपी सर से उन पहेलियों को हल करवाया तो वह मंत्र मुक्त हो गए और खुश होकर तारीफ की। जिलाधीश महोदय ने संस्थान को नवाचारी आयोजन के लिए बहुत बधाई दी और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता के सार्थक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया एवं कहा कि कन्या शिक्षा परिसर जिले के लिए रोल मॉडल के रूप में दिखाई देता है।
पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने इन दो दिनों की कार्यशाला में बेटियों ने जो मानव कंकाल बनाना सिखा एवं अन्य छोटे-छोटे वैज्ञानिक प्रयोग सीख, उनके प्रस्तुतीकरण पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा संपूर्ण जिले के लिए यह विद्यालय एक अनुपम उदाहरण है। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय बहुत ही सुंदर है, इस हेतु विद्यालय के प्राचार्य एवं स्टाफ सदस्यों के लिए सभी छात्राओं को जोरदार ताली बजाकर उनका स्वागत करना चाहिए।विद्यालय प्राचार्य अंजू सिसोदिया ने स्वागत भाषण सह प्रतिवेदन पढ़ा। कार्यक्रम का संचालन संदीप सिसोदिया एवं आभार प्रदर्शन चन्द्रेश वाघेला ने किया।
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