उधार की जिंदगी जी रहे हैं लघु वेतन कर्मचारी,10 महीने से नहीं मिला वेतन

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कमलेश जयंत, उदयगढ़

जिले के सबसे बड़े जनजातिय कार्य विभाग ने बीते 10 माह से जिले भर के 70 से अधिक लघु वेतन कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया है। यह कर्मचारी कलेक्टर दर, अंशकालीन और स्थाई कर्मी के रूप में पदस्थ हैं । इनमें अधिकांश कर्मचारी छात्रावास और आश्रमों में भृत्य, रसोईयन, वाटर मैन और चौकीदार के रूप में कार्य करते हैं, जिन्हें कि रविवार को भी छुट्टी नहीं मिलती बावजूद उनकी होली, राखी और दीपावली से अधिकारी कोई सरोकार नहीं रख रहे। वेतन नहीं मिलने से उक्त कर्मचारी उधार की जिंदगी जीने को मजबूर है।

जनजातिय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त को उक्त कर्मचारी तथा मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ की जिला इकाई अनेक बार निवेदन और आवेदन कर चुकी हैं। संघ के जिलाध्यक्ष प्रकाश गुजराती ने बताया कि सहायक आयुक्त का हमेशा एक ही जवाब होता है कि उक्त कर्मचारियों का 494 हेड से वेतन निकलता है, इस हेड में भोपाल से ही आवंटन नहीं आ रहा है। संघ द्वारा 1 माह पूर्व उक्त मामला कलेक्टर के संज्ञान में लाए जाने के बाद कलेक्टर अलीराजपुर सुरभि गुप्ता ने सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग मीना मंडलोई को निर्देश दिए थे कि दीपावली पूर्व समस्त कर्मचारियों को वेतन भुगतान करना सुनिश्चित करें, लेकिन दीपावली गुजर जाने के बाद तक भी यह कर्मचारी फाके मारने को मजबूर है।

सहायक आयुक्त का आज भी वही रटार-रटाया जवाब है कि भोपाल से पैसा नहीं आया। अब यह बात छोटे कर्मचारी जिन लोगों से 10 महीने से उधार लेकर खा रहे हैं उन्हें तो समझाने से रहे। उन्हें व्यापारी सहित अपनी बीवी बच्चों को भी समझाना मुश्किल हो रहा है । उदयगढ़ विकासखंड मे कुल 12 ऐसे कर्मचारी हैं जो जिनका वेतन 494 हेड से निकलताा है। परेशानियों से जूझ रहे भृत्य शंकर सिंह नायक, रसोईया रेलम कनेस, वाटर मैन विक्रम सिंह तोमर, पानबाई, प्रताप, गंगाबाई आदि सहित मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ ने जिलाधीश से तत्काल वेतन भुगतान करवाएं जाने की मांग की है।

इन्होंने यह कहा-

*जिले भर के 70 अधिक लघु वेतन कर्मचारियों ने लोकसभा- विधानसभा चुनाव में भी रात दिन मेहनत की। क्या जिला प्रशासन पंचायत और जिला पंचायत निर्वाचन के बाद इनकी सुध लेगा..? प्रकाश गुजराती- जिलाध्यक्ष मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ जिला अलीराजपुर

आश्रम छात्रावासो में पदस्थ भृत्य, चौकीदार, रसोइयन, वाटर मैन जैसे छोटे कर्मचारी जो रविवार को भी छुट्टी नहीं मनाते उन्हें 10-10 माह से वेतन नहीं मिलना काफी गंभीर मामला है मैं इस संबंध में कलेक्टर से तुरंत एक्शन लेने को कहूंगी। कलावती भूरिया, विधायक जोबट

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