इस बार 16 मार्च से 22 मार्च तक होगी भगोरीये की खुमारी

May

अलीराजपुर लाइव के लिए वालपुर से अजय कुमार मोदी की स्पेशल रिपोर्ट.
IMG-20160313-WA0003महाशिवरात्रि के पस्चात झाबुआ-अलीराजपुर जिलो मे लगने वाले भगोरीया हाट की शुरूवात इस बार 16 मार्च से प्रारम्भ हो रही है, जिसे जिले के भील एवं भीलाला समुदाय बड़े उत्साह एवं हर्सोउल्लास के साथ मनाते है। होलिका दहन के 7 दिन पूर्व से मनाया जाता है भगोरिया जो होलिका दहन पर समाप्त हो जाता है। इन 7 दिनों में खूब चढ़ता है। भगोरिया का खुमार खास कर युवाओं में खाशा उत्साह देखा जाता है। युवक-युवतियों की टोलियां कुछ दिन पूर्व से ही इसकी तैयारियों में लग जाते है। युवतियां जहा साज सज्जा तो युवक कपड़ों की खरीदी पर विशेष ध्यान देते है। भगोरीये के कुछ दिन पूर्व से ही बाजार गुलजार हो जाते है।

एशिया में प्रसिद्ध है वालपुर भगोरिया
अलीराजपुर जिले के वालपुर ग्राम मे लगने वाला भगोरिया इस बार 18 मार्च को आ रहा है, जो की जिले-प्रदेश अपितु एशिया स्तर पर प्रसिद्ध है। अच्छी चहल-पहल एवं शांतिपूर्ण आयोजन के कारण ये विदेशी सैलानियों एवं देश-प्रदेश के शोधकर्ता, पत्रकारों, फोटोग्राफरों की पहली पसंद होता है। यह आयोजन आदिवासी संस्कृति, कला, परिवेश, पहनावे, नृत्य आदी को एक अलग पहचान देता हे।
भगोरिया नृत्य है विशेष
मादल, के साथ झुण्ड में युवा विशेष भगोरिया नृत्य की प्रस्तुति देते है, जिसमे राजनैतिक दल भी अपने-अपने समर्थकों के साथ नृत्य कर शक्ति प्रर्दशन करते हैं। सांसद, विधायक, नेता अपने-अपने क्षेत्रो में जा कर सर्मथकों के साथ भगोरिये का आनंद लेते हे।
जम कर होती हे खरीदी
भगोरिये में गुड, हार-कंगन, शकर से बनी मिठाई, सेव, दालिये, बच्चो के खिलौने, चांदी के आभूषणों आदि की जम कर खरीदी होती है। विशेष भीड झुलो पर होता है। गर्मी की शुरूआत होने से शीतल पेय,कुल्फी, शकर कंद की भी बिक्री होती हे।

प्रदेश सरकार भी लगी बढ़ावा देने मे
पिछले कुछ वर्षो से प्रदेश सरकार भी पर्यटन विभाग के साथ मिल कर भगोरीये को बढ़ावा देने मे लगा है। क्षेत्र में टूरिज्म कैैंप लगा कर सेलानियो, आगुंतको के लिए भोजन ओर रूकने व्यवस्था की जाती है।