विधायक पटेल ने घटिया निर्माण कार्य पर आरईएस की उदासिनता का लगाया आरोप

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आकाश उपाध्याय, आलीराजपुर

पंचायत एवं ग्रामीण विभाग के अन्तर्गत स्वीकृत तालाब, चैक डेम, स्टाप डेम सहित सभी निर्माण कार्यो में आरईएस विभाग द्वारा निर्माण की सामग्री घटिया किस्म की लगाई जा रही है। किसी भी निर्माण कार्यो में काली गिट्टी का उपयोग नहीं किया जाकर बड़े-बड़े बोल्डर(पत्थर) का उपयोग किया जा रहा है। 

विधायक मुकेेश पटेल ने बताया कि गत रविवार को क्षेत्र भ्रमण के द्वौरान विकासखंड आलीराजपुर के ग्राम अजंदा में आरईएस विभाग द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया। जिसमें यह पाया गया कि निर्माण कार्य में घटिया किस्म की सामग्री का उपयोग किया जा रहा हैं और स्थानीय ग्रामीणजन ने भी इन निर्माण कार्यो के सबंध में विधायक पटेल को शिकायत की गई है कि कार्य एजेंसी आरईएस होते हुए भी अन्य बिना किसी आधार के प्रायवेट ठेकदारो को मनमानी तरीके से ईई आरईएस आलीराजपुर द्वारा कार्य करवाया जा रहा है। संबंधित उप यंत्री, सहायक यंत्री द्वारा भी चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण प्रायवेट ठेकेदारों द्वारा गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य किया जा रहा है। गुणवत्ताहीन व घटिया किस्म के निर्माण कार्य होने से शासकीय कार्य में वित्तीय अनियमित्ता की जा रही है। साथ ही विधायक पटेल ने बताया कि विगत दिनांक सोंडवा क्षेत्र के ग्राम बेजड़ा में आरईएस विभाग द्वारा तालाब का निर्माण मजदूरों के बजाय मशीनो (जेसीबी, पोकलेन) द्वारा कराया जाने के संबंध में स्थानीय ग्रामीणो द्वारा जिले के प्रभारी मंत्री और जनसुनवाई में आवेदन दिया जाकर शिकायत की गई थी । जिस पर जिला प्रशासन द्वारा अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। इससें यह स्पष्ट होता है कि जिला प्रशासन द्वारा भी घटिया किस्म और गुणवत्ताहीन निर्माण कार्यो को बढ़ावा दिया जा रहा है। विधायक पटेल ने शासन से मांग की है कि जिले में आरईएस विभाग द्वारा निर्माण कराए गए सभी कार्यो की जांच की जावे और संबंधित ईई, सहायक यंत्री और उपयंत्री के खिलाफ शासकीय कार्यो में वित्तीय अनियमितता किये जाने की कार्यवाही की जावेञ

भूमिपूजन में जनप्रतिनिधियों को अनदेखा किया जा रहा है

विधायक पटेल ने बताया है कि पंचायत ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत निर्माण कार्याे की कार्य एजेंसी आरईएस विभाग द्वारा स्वीकृत निर्माण कार्यो की भूमिपूजन कार्यक्रमों में ईई द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नही बुलाया जाता है। यहां तक कि ग्राम पंचायत के सरपंच को भी इसकी जानकारी नहीं दी जाती है कि आपकी ग्राम पंचायत में आरईएस विभाग द्वारा निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। जिले में इस प्रकार से कई निर्माण कार्य बिना जनप्रतिधियों की उपस्थिति के भूमिपूजन कर प्रारंभ करा दिये गए है। इस संबंध में जिला प्रशासन को संज्ञान में लेना चाहिए और यदि विभाग ने जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया है या बिना जनप्रतिनिधियों को अवगत कराये कार्य प्रारंभ करा दिये गए है तो ईई आरईएस पर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए।

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