मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
आम्बुआ कस्बे में जल प्रदाय हेतु वर्षो पूर्व बनी टंकी को भरने के लिए ट्यूबवेल पर लगी मोटर समय पर बंद नहीं होने के कारण जहां बिजली की खपत अधिक हो रही है वही भू-जल स्तर भी घटता जा कर पानी का अपव्यय भी हो रहा है। यह सिलसिला वर्षों से चला आ रहा है मगर पंचायत प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।
जल प्रदाय हेतु ट्यूबवेल में मोटर के माध्यम से टंकी में पानी चढ़ाया जाता है। जल प्रदाय हेतु जिस कर्मचारी को वर्षों पूर्व रखा गया था वह आज भी कार्य कर रहा है। उसका एक निवास ग्रामीण क्षेत्र में है तथा एक भवन पानी की टंकी के पास है जिसमें रहने की बजाय वह ग्रामीण क्षेत्र के घर पर रहता है जिस कारण रात या दिन में टंकी भर जाने के बाद भी मोटर बंद नहीं की जाती है। मोटर सतत् चलते रहने के कारण टंकी ओवरफ्लो हो जाती है तथा टंकी से कई घंटों तक पानी व्यर्थ बहता रहता है साथ ही मोटर सतत् चलती रहने से मोटर की उम्र भी खत्म होती है तथा बिजली की अधिक खपत होने के कारण पंचायत को बेवजह अधिक वित्त भरना पड़ता है। टंकी के अलावा जल प्रदाय (सप्लाई) हेतु लगे वॉल भी लीकेज है जिस कारण जल प्रदाय के समय पानी व्यर्थ बहता रहता है। टंकी तथा वाल्व से हजारों लीटर पानी प्रतिदिन बहकर जल तथा बिजली का अपव्यय होना चिंता की बात कही जा रही है। नवनिर्वाचित सरपंच तथा परिषद इस और ध्यान देगी ऐसा नागरिकों का भरोसा है।
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मुझे आपके माध्यम से पता चला है कि पानी तथा बिजली की अनावश्यक खपत हो रही है जो की चिंता का विषय है। अति शीघ्र इस पर ध्यान देने की कोशिश करूंगा ताकि पंचायत को अधिक हानि से बचाया जा सके।