गिरते जल स्तर से भविष्य में जल संकट की आशंका

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मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ (अलीराजपुर)

विगत वर्षा काल में कम वर्षा होने तथा जल संचय के स्त्रोत की और प्रशासन का ध्यान नहीं दिया जाने के कारण भी क्षेत्र में जल संकट की संभावना बढ़ती देखी जा रही है जिसके लिए जल स्त्रोतों की ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। आम्बुआ तथा आसपास के क्षेत्र में कई हैंडपंप के साथ-साथ निजी एवं सरकारी कुओं एवं ट्यूबेलौ का जल स्तर बहुत नीचे जाता जा रहा है आम्बुआ कस्बे में जल प्रदाय में अभी से परेशानी आने लगी है।

गर्मी का मौसम अभी प्रारंभ ही हुआ है कि क्षेत्र में जल संकट भी दस्तक देना प्रारंभ कर दिया है क्षेत्र के नदी नाले तो विगत दो माह पूर्व से ही सूखने लगे थे जो कि लगभग पूरी तरह सूख चुके हैं क्षेत्र के तालाब भी सूखने की कगार पर है कुओं में भी जलस्तर कम होता जा रहा है इन्हीं कारणों से अब हैंडपंप भी सूखने लगे हैं इनका जलस्तर नीचे से नीचे जाता जा रहा है हैण्ड पम्प का जलस्तर गिरने का कारण तालाब तथा अन्य जल स्रोतों में पानी कम होने के साथ-साथ क्षेत्र में अनगिनत खन्न किए गए ट्यूबवेल भी है जिनके जल का “दोहन” आवश्यकता से अधिक किया जा रहा है तालाबों नदी नालों में पानी कम हो जाने का कारण भी क्षेत्र मैं सिंचाई को माना जा रहा है कृषक फसलों के लिए जल का उपयोग सिंचाई हेतु करने को मजबूर है कारण कि सिंचाई हेतु कोई बड़ी परियोजनाएं क्षेत्र में नहीं है नहरे आदि भी नहीं है जल स्रोतों में जल घटने या सूख जाने का प्रमुख कारण अल्प वर्षा के साथ-साथ वर्षा जल का संग्रह नहीं किया जाना भी माना जा रहा है यदि भविष्य में जल संरक्षण नहीं किया गया तो जल संकट और अधिक गहराने से इंकार नहीं किया जा सकता पिछले वर्ष शासन के निर्देशानुसार क्षेत्र में स्थित जल स्रोतों की सफाई कराना कुओं तालाबों के गहरीकरण, स्टॉप डेम का गहरीकरण एवं उनकी मरम्मत कराने हेतु पंचायत को आदेशित किया गया था मगर कोई ध्यान नहीं दिया गया धरातल पर कहीं भी इस आदेश को माना गया हो दिखाई नहीं देता यदि कागजों पर दिया गया हो तो यह जांच का विषय हो सकता है आम्बुआ में भी कुओं की सफाई स्टॉप डेमो की मरम्मत तालाब का गहरीकरण का कोई कार्य नहीं किया गया यही स्थिति ग्रामीण क्षेत्र में भी रहने की संभावना है जिस कारण वर्षा काल में जल संग्रह नहीं हो सका जिसका खामियाजा आने वाले दिनों में पेयजल संकट के रूप में दिखाई देगी।। हमारे संवाददाता को लोक यांत्रिकी विभाग (पी.एच.ई) के हैंडपंप मैकेनिक ने बताया कि आम्बुआ पंचायत क्षेत्र में लगभग 93 हैंडपंप है जिनमें से लगभग 8 से10 हेण्ड‌ पंप जल स्तर कम होने के कारण बंद है।

आम्बुआ कस्बे में वर्षों पूर्व बनाई गई पानी की टंकी से जल प्रदाय होता आ रहा है इस टंकी को जलापूर्ति करने वाले ट्यूबवेल का जल स्तर बहुत नीचे चले जाने के कारण विगत दिनों कुछ पाइप बढ़ाए गए मगर इसके बावजूद यह ट्यूबवेल टंकी नहीं भर पा रहा है जिस कारण कस्बे में आवश्यकतानुसार पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पाने से नागरिक परेशान हैं। आज 10 फरवरी को पुनः पाइप डाले गए हैं अब देखना यह है कि जलापूर्ति में कितना अंतर पड़ता है।

शासन द्वारा जल जीवन मिशन के तहत कस्बे से 3 किलोमीटर दूर काला दगड़ा नामक फलिया में एक टंकी बनाई गई है मगर ठेकेदार की मनमानी के कारण इस टंकी से कस्बे को जल प्रदाय नहीं किया जाना बताया जा रहा है ठेकेदार द्वारा कस्बे में पाइप लाइन भी नहीं डाली गई है।

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