आदिवासी किसान का बेटा बना डीएसपी ; पैतृक गांव मे छाई खुशियाँ

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देश के सबसे निरक्षर माने जाने वाले आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले के एक किसान पुत्र ने सरकारी स्कूलों मे पढाई करके राज्य पुलिस सेवा के लिए चयनित होकर एक संदेश दिया है कि जहां चाह वही राह 

अजय_मोदी@वालपुर 9977110161

कहते है जहां चाह वहां राह … जी हा इसी कहावत को चरितार्थ किया है आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले की सोंडवा तहसील के ” खामट” गांव के एक आदिवासी किसान के बेटे ने .. इस किसान पुत्र ने राज्य प्रशाशनिक सेवा की 2017 की परीक्षा मे उत्तीर्ण होकर ” डीएसपी” पद हासिल किया है । खामट गांव के किसान ” खुमला” के चार बच्चो मे चोथे नंबर के ” कमल निंगवाल ” ने यह सफलता हासिल कर अंचल का गोरव बढाया है । सभी जानते है कि आदिवासी अंचल अलीराजपुर शिक्षा के मामले मे देश का सबसे निरक्षर जिला माना जाता है लेकिन उसी पिछडे जिले की सरकारी स्कूलों मे पढकर निकले कमल निंगवाल ने एक बार फिर यह मिथक तोडा कि सिर्फ प्राइवेट महंगी स्कूलों के बच्चे ही प्रतियोगिता मे सफल होते है । निंगवाल पहले भी महिला बाल विकास अधिकारी के रुप मे चयनित हो चुके है ओर वत॔मान मे धार जिले के सरदारपुर मे पदस्थ थे । कमल निंगवाल की इस सफलता से उनके पेतृक गांव खामट ओर उसके आस-पास के इलाके मे हर्ष का माहोल है ओर सभी खामट के निंगवाल परिवार को बधाईया दे रहे है । पिता खुमला निंगवाल को अपने बेटे की इस सफलता पर बेहद गर्व है ओर वह फुले नहीं संमा रहे है ।

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