जितेंद्र वाणी (राज), नानपुर
नानपुर पुलिस थाना इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। वजह यह है कि थाना प्रभारी व पुलिस कार्रवाई के नाम पर अवैध रेत से भरे ओवरलोड ट्रकों-ट्रालों, ट्रैक्टरों को थाने पर बड़ी संख्या में खड़ा करवाया जा रहा है। अब क्षेत्र के लोगों को यह उम्मीद नजर आती है कि पुलिस अवैध रेत माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करेगी लेकिन पुलिस लेन-देन कर वाहनों को छोड़ देती है। ताजा उदाहरण चार दिन पहले पकडे गए ओवरलोड वाहनों का है जिन्हें थाना प्रभारी ने पकड़ा था। मगर उनके उपर कोई कार्यवाही किए बगैर ही छोड़ दिया गया। एक तो कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा के निर्देश है कि बिना रायल्टी व ओवरलोड रेत के परिवहन करते वाहन पकड़े जाए तो उन्हें राजसात कर लिया जाए, लेकिन नानपुर का पुलिस अमला कलेक्टर के इस आदेश की खुलेआम अवहेलना करने में लगा है। गौरतलब है कि नानपुर थाना आमदनी के हिसाब से अलीराजपुर का सबसे बेहतरीन थाने में शुमार है क्योंकि यहां से अवैध रूप से कोयला, अवैध परिवहन, अवैध शराब से लदे वाहन निकलते हैं जिससे पुलिस को जमकर आमदनी होती है। और पुलिस प्रशासन इस खेल में सिर्फ कार्रवाई के नाम पर वाहनों को खड़े करवा लेता है और यह वहां तब तक ही पुलिस थाने में खड़े दिखाई देते हैं जब तक मोटी रकम की सेटिंग न हो जाए, जैसे ही सेटिंग होती है, वाहन फिर से रोड पर सरपट दौड़ते नजर आते हैं और क्षेत्रवासियों व पुलिस उच्चाधिकारियों को लगता है कि पुलिस अवैध परिवहन करने वाले माफियाओं पर कार्रवाई कर रही है।
और इधर धड़ल्ले से जारी है ओवरलोड-
पुलिस प्रशासन का ध्यान सिर्फ ओवरलोड रेत व अवैध व्यवसाय व शराब परिवहन कर रहे ट्रकों व वाहनों पर है इसलिए क्षेत्र से गुजर कर जा रहे ओवरलोड जीप व अन्य यात्री वाहन खुलेआम छतों पर सवारियां लाद कर निकल रहे हैं। जीपों का हाल तो यह है कि एक जीप में करीब 50 सवारियां बिठाई जा रही है और पुलिस प्रशासन को कोई बड़ी दुर्घटना का इंतजार है , शायद ऐसा लग रहा है।