काछला पंचायत के ग्रामीणों ने राष्ट्रपति -प्रधानमंत्री से फिर लगाई गुहार बिजली-सड़क संचार दो नहीं तो गुजरात को सौंप दो

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-यहां समाप्त होती है गुजरात से सटे काछला गांव की सीमा।
-यहां समाप्त होती है गुजरात से सटे काछला गांव की सीमा।
-राष्ट्रपति  एवं प्रधानमंत्री को लिखी गई चिट्ठी
-राष्ट्रपति  एवं प्रधानमंत्री को लिखी गई चिट्ठी
- दस साल से यह सड़क बन ही रही है, ग्रामीण मिलो चलने को मजबूर।
– दस साल से यह सड़क बन ही रही है, ग्रामीण मिलो चलने को मजबूर।

अलीराजपुर लाइव के लिए काछला से गोपाल राठौड की एक्सक्लूजिव रिपोर्ट।

  • आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले के काछला पंचायत के ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राष्ट्रपति  प्रणब मुखर्जी को चिट्ठी लिखकर गांव में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग की है और यदि सरकार के लिए यह संभव न हो तो काछला पंचायत के अंतर्गत आने वाले सभी पांच गांव को पड़ौसी राज्य गुजरात को सौंपने की मांग की है।

मध्यप्रदेश की शिवराजसिंह सरकार के स्वर्णीम मध्यप्रदेश एवं गांव-गांव में अटल ज्योति योजना के जरिये बिजली पहुंचाने के दावों की पोल अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा विकासखंड के काछला पंचायत के पांच गांव के लोगों ने खोल दी है। इस गांव के लोगों ने राष्टपति प्रणब मुखर्जी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि उनके गांव में आजादी के 68 साल बाद भी न तो सड़क बन पाई है और न ही बिजली है। इतना ही नहीं गांव में सड़क न होने से परिवहन सुविधा नहीं है और न ही संचार का कोई साधन है। ऐसे में बीमार हो जाने पर या कानून व्यवस्था खराब होने पर 108 एंबुलेंस सेवा एवं डायल 100 सुविधा का कोई लाभ इस काछला पंचायत के अंतर्गत आने वाले काछला, घुट, धक्कापुरा, हरोड़ एवं चिमाटा गांव के लोगों को नहीं मिल पाता है। जिसके चलते वे अपने आप को मुख्य धारा से कटा हुआ महसुस करते है।
चिट्ठी में यह की गई है मांग
राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि इलाके के राज नेता हर चुनाव में उनके पास वोट लेने आते है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद पलट कर नहीं आते। उनके गांव में जो सड़क 2005 में पहली बार स्वीकृत हुई थी वह अभी तक बन ही नहीं पा रही है। गेहूं पिसाने से लेकर परिवहन तक के लिए उन्हें गांव से सटे गुजरात के कोठार गांव पर निर्भर रहना पड़ता है जहां न सिर्फ गुजरात रोडवेज की बसें आती है बल्कि 24 घंटे बिजली एवं हर मोहल्ले में सड़क उपलब्ध है। गुजरात राज्य के कोठार गांव की इन्हीं सुविधाओं को देखते हुए काछला के ग्रामीणों ने मध्यप्रदेश के शासन-प्रशासन से निराश-हताश होते हुए यह चिटठी लिखी है। गांव के वेचात एवं हेमसिंह कहते है कि हम मध्यप्रदेश सरकार से बुनियादी सुविधाएं नागरिक होने के चलते चाहते थे लेकिन वे नहीं दे पा रहे है तो हम गुजरात में शामिल होना चाहेंगे।

जिम्मेदार बोल

‘हम लोग परेशान हो गए है इसलिए सब लोगों ने मिटींग करके चिट्ठी लिखी है
-जोरसिंह, सरपंच काछला

‘यह मध्यप्रदेश सरकार के लिए शर्मनाक बात है कि लोग सुविधाएं न होने से दुसरे राज्य में जाना चाहते है, मैं पीएम से बात करूंगा।
– कांतिलाल भूरिया, सांसद

‘सड़क निर्माण कंपनी ब्लैक लिस्टेट कर दी है नए टेंडर बुलवाए है, 15 दिन बाद बिजली के खंभे गांव पहुंचेंगे
– शिलेंद्रसिंह, कलेक्टर

 

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