अलीराजपुर लाइव डेस्क ॥ अलीराजपुर जिले मे कांग्रेस का विवाद थमने का नाम नही ले रहा है पहले कथित तोर पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर बवाल हुआ ओर लेटर कथित रुप से फर्जी होने की बाते हुई ओर फिर कांतिलाल भूरिया ओर महेश पटेल मे आपसी विवाद की तस्वीरें सुरखीया बनी । ओर अब प्रदेश कांग्रेस से कथित रुप से आये एक कारण बताओ सुचना पत्र को लेकर बवाल शुरु हो गया है राधेश्याम डी माहेश्वरी ओर महेश पटेल ने इसे फर्जी पत्र बताया है ।
इनको मिला कथित कारण बताओ सुचना पत्र
कांग्रेस से जुडे जिन नेताओ को यह कारण बताओ सुचना पत्र मिला है उनमे महेश पटेल, राधेश्याम डी माहेश्वरी, सुंदर बघेल एंव अनिल थेपडिया शामिल है । शोकाज नोटिस मे इन सभी पर आरोप लगाये गये है कि इन्होंने समानांतर संगठन चलाकर कांग्रेस को बदनाम किया ओर समाचार पत्रों मे इसी आशय की खबरे छपवायी कि मानो असली कांग्रेसी वही है ।
महेश समर्थकों को पत्र फर्जी होने की आंशका
कारण बताओ सुचना पत्र आज अलीराजपुर पहुँचते ही कांग्रेस के महेश पटेल एंव उनके समथ॔को ने पत्र की जांच पडताल शुरु कर दी ओर देर शाम को इस पत्र को फर्जी घोषित कर दिया ।इस कारण बताओ घोषणा पत्र को फर्जी घोषित करने के यह आधार पटेल समर्थको ने गिनाये है
1-पत्र किसी के नाम से संबोधित नही है
2-पत्र पर क्रमांक सही नही है पहले जो पत्र आये थे उनका क्रमाक 1200 के पार था जबकि अभी के पत्र मे 300 के आसपास पत्र क्रमांक दिया गया है ।
3- पत्र पर जारी करता चंद्रिका प्रसाद के हस्ताक्षर फर्जी है पहले पीसीसी से प्राप्त पत्रों से मिलान किया जा चुका है ।
4- कारण बताओ सुचना पत्र मे प्रतिलिपी मोहन प्रकाश या अरुण यादव को नही दी गई है जबकि दिया जानी चाहिए थी
5-प्रदेश कांग्रेस से जो पत्र आते है वह हमेशा कोरियर के जरिऐ आते है लेकिन इस बार रजिस्टड॔ डाक से आया है ।
6- डाक से भी अगर पीसीसी कारण बताओ सुचना पत्र भेजती तो 7 अप्रैल को भोपाल से पत्र लिखा गया है वह 17 को मिल रहा है जबकि सील झाबुआ डाकघर की लगी है जिससे आशंका है कि यह पत्र फर्जी है ओर झाबुआ से ही लिखा गया है ।
इस पत्र के बाद महेश पटेल ओर उनके समथ॔क फिर से गुस्से मे है ओर आरोप लगाया है कि पार्टी को अपनी जागीर समझने वाले नेता झाबुआ से यह फर्जीवाडा कर रहे है पटेल ने कहा कि पीसीसी से बात कर मामला बताया जायेगा ओर जरुरत करने पर भोपाल मे प्रेस कांफ्रेंस की जायेगी ।।