थांदला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्रावासों स्कूलों की विभिन्न समस्याओं का तत्काल समाधान कराने के लिए कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी थांदला को ज्ञापन सौंपा, जिसमें विद्यार्थियों ने इस प्रकार समस्याएं छात्रावासों समेत विद्यार्थियों को भोजन मीनू अनुसार नहीं मिलने पर मूलभूत सुविधाएं जैसे छात्रों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति स्टेशनरी निशुल्क कोचिंग सुविधाएं नहीं मिलने को लेकर मांग आंदोलन धरना तहसील के गेट पर किया गत दिनों कस्तूरबा कन्या छात्रावास थांदला के छात्राओं द्वारा कलेक्टर प्रबल सिपाहा के समक्ष अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे थी छात्रावास की समस्याओं को अवगत कराया था लेकिन दुर्भाग्य से जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा समस्याओं का समाधान करने के बजाय दिनांक 26 नवंबर 2019 को छात्रावास बंद करने का आदेश तथा छात्राओं को घर भेजा दिया गया जिससे प्रशासन का विरुद्ध विद्यार्थियों के द्वारा आंदोलन किया गया है जिससे प्रशासन का विद्यार्थियों के गैर जिम्मेदार रुख स्पष्ट दिखाई दे रहा है अभाविप इसकी कड़ी निंदा करतीं है विद्यार्थियों में आक्रोश है विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने अंचल में विभिन्न छात्रावासों में पहुचकर विद्याथियों से चर्चा की जिसमेंए निम्नलिखित समस्या सामने आई जो कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी ऐसी ही है मॉडल स्कूल छात्रावास मछलाईमाता के नवीन व पुराने विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति गत वर्ष की अभी तक नहीं मिली यह सभी छात्रावासों में यही स्थिति बनी हुई है विज्ञान सम्मान निधि का पैसा भी इन सभी स्कूलों में छात्रावासों में नहीं मिला है स्कूल हॉस्टल में पानी की समस्या गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी बनी हुई है उत्कृष्ट बालक छात्रावास थांदला में भोजन बनाने के लिए 50 बच्चों का केवल एक ही बाई है। समय पर खाना नहीं बनता है छात्रावासों में निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था अभी तक शुरू नहीं हुई है । रसायन विज्ञान भौतिक विज्ञान के शिक्षक पर्याप्त मात्रा में नहीं है उत्कृष्ट विद्यालय थांदला में कृषि विज्ञान पुस्तक विद्यालय मे वितरित नहीं हुई है।
अभाविप की यह है मांग
छात्रावास में खेल शिक्षक होना चाहिए। छात्रावास अधीक्षकों का प्रत्येक 3 वर्ष बाद स्थानतरण होना चाहिए महाविद्यालय थांदला में स्मार्टफोन का वितरण पूर्व में होता था जो अब बंद हो गया महाविद्यालय में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के लिए बोटनी विषय का प्रोफेसर शिक्षक नहीं है अत: एबीवीपी इस ज्ञापन के माध्यम से मांग करते हैं विद्यार्थियों की मूलभूत सुविधा तत्काल समाधान कराने तथा समस्याओं का निराकरण करने आदेश करते हुए कस्तूरबा छात्रावास को बंद करने के आदेश को तत्काल निरस्त करते हुए हैं।
व्यवस्था बहाली करने आदेश करेंगे अन्यथा विद्यार्थियों को उग्र आंदोलन करने विवश होना पड़ेगा। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे पुर्व महाविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष प्रताप कटारा ने 8 दिन के समयावधि में समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। मध्य भारत प्रांत सह जनजाति प्रमुख मानसिंग बारिया ने कहा यदि प्रशासन समाधान नहीं करती हैं तो माननीय मुख्यमंत्री जी का झाबुआ दौरा करने आ रहें हैं। हम अभाविप परिषद् काले झंडे दिखाएंगे है। विकास खण्ड थांदला के सभी छात्रावासों स्कूलों के छात्रों ने बढ़ चढ़ कर नारेबाजी की आंदोलन में परिषद् के कार्यकर्ता मनीष मईडा, सुनील देवदा, मुकेश बामनिया, अनिल वसुनिया, विजय भाबोर,अकलेश रावत, विकास भुरिया, राजु रावत, आदित्य अमलियार, रूपसिंह कटारा, ज्योति भदाले, पलमा खराडी, भुरी कटारा, गीता भुरिया, सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे हैं।