अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा आयोजित कवियों सहित विभिन्न क्षेत्र की समर्पित प्रतिभाऐं सम्मानित
अलीराजपुर। भारतीय पत्रकार संघ एवं जागरूक नागरिक मंच द्वारा गणतंत्र दिवस की रात्रि को स्थानीय बस स्टेण्ड तिराहा प्रागंण में गणतंत्र की भावना के अनुरूप अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन सह मुशायरा एवं अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। कवि सम्मेलन में भारी तादाद में नगरवासियों ने कड़कड़ाती ठंड में देर रात तक कविता पाठ का आनन्द लिया।
इस कवि सम्मेलन व मुशायरे में भीमसिंह निर्मल देवास, डाॅ. शैलेंद्र चोकड़े सनावद, कीर्ति विशेष चित्तौड़गढ़, प्रियंका प्रित इंदौर, दिनेश भारती ंदौर, पंकज प्रसुन मांडव, निसार रंभापुरी, जावेद खा बाग, फिरोज खान सागर जोबट, डाॅ. वाहिद फराज झाबुआ, इरफान अलीराजपुरी, सिराज तन्हा अलीराजपुर, दुर्गेश कलम आदि कवियों व शायरांे ने कविता पाठ हास्य व्यंग्य, गजले, चहेरिया एवं गीतों की अनेक प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम के सूत्रधार खरगोन के शायर कयामुद्दीन कयाम थे। प्रारंभ में एडवोकेट स्व. कमल किशोरजी सेन (बोस) पूर्व विधायक वेस्ताजी पटेल एवं पत्रकार स्व. यशवंतजी घोड़ावत जिनकी स्मृति में यह कार्यक्रम आयोजित था, उनके चित्र पर मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधिक्षक अखिलेष झा, अध्यक्ष पत्रकार कुंदन अरोड़ा व पत्रकार सलीम शेरानी ने माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभाराम्भ किया।
अतिथियों का पुष्पहार द्वारा स्वागत आयोजक विक्रम सेन, महेश पटेल, कृष्णकांत बेड़िया नवीन सेन, राकेश सेन, कालेबाबु, इल्यास भाई, मुस्तुफा बोहरा, बाकिर भाई बोहरा आदि ने किया।
स्वागत भाषण करते हुए विक्रम सेन ने स्व. कमल सेन, वेस्ता पटेल एंव यशवंत घोड़ावत के जीवन के उल्लेखनीय कार्यो का विवेचन किय पश्चात शायर कयामुद्दीन कयाम के ओजस्वी राष्ट्रगीत तेरी तस्वीर को धुंधला नहीं होने देंगे, ऐ वतन तुझे रूस्वा नहीं होने देंगे पर खुब दाद मिली। हास्य कवि शैलेन्द्र चोकड़े की मोबाईल कविता पर श्रोताओं ने खुब ठहाके लगाये। पंकज प्रसुन की वीर रस की कविता परिंदे है हम उन्हें उड़कर दिखा देंगे को भी अच्छा प्रतिसाद मिला।
परन्तु सबसे ज्यादा श्रोताओं की हंसी की फुलझड़िया बिखरी भीमसिंह निर्मल की हास्य व्यंगय की छोटी-छोटी तुकबाजियों से । इसके साथ ही कवियत्री किर्ती विशेष की प्रस्तुती के दौरान भीमसिंह निर्मल एवं उनके बीच काफी देर तक नोकझोक के हास्य व्यंग का दर्शको ने खुब लुत्फ उठाया। एवं हॅस हॅस कर लोट पोट हो गये। निसार रम्भापुरी ने कश्मिर नहीं देंगे वीर रस से भरी कविता पढ़ी। दिनेश भारती ने ये नेता शिर्षक गीत से कविता प्र्रस्तुत की। इसके साथ ही जावेद खाॅन, वाहिद फराज, इरफान अलीराजपुरी, दुर्गेश कलम व सिराज तन्हा ने अपनी रचनाऐ सुनाई।
कार्यक्रम के अंत में समस्त कवियों,शायरो के साथ ही विभिन्न क्षेत्र में विशेष सेवायें दे रहे व्यक्तियों जिनमें 40 वर्षो से पत्रकारिता कर रहे थांदला के वरिष्ठ पत्रकार कुंदन अरोड़ा, दो दशक से अधिक समय से समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता सुधीर जैन, खेलों के विकास को समर्पित शिक्षक गोविन्द जोशी व सांस्कृतिक क्षेत्र की प्रतिभा गिरीश भटनागर को जागरूक नागरिक मंच एंव भारतीय पत्रकार संघ की ओर से विक्रम सेन, कृष्णकांत कोठारी, कृष्णकांत बेड़िया आदि ने अभिनन्दन पत्र एवं उपहार भेंट कर सम्मानित किया। आभार विक्रम सेन ने माना।