शिक्षकों की कमी से स्कूल हुआ बंद, सैकड़ों विद्यार्थी पढ़ाई से वंचित

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रक्षित मोदी, छकतला
चिखली निचला फलिया का प्राथमिक विद्यालय जो वर्षों से अतिरिक्त प्रभारी शिक्षक द्वारा संचालित किया जा रहा था, आज उन्हें अपने मूल विद्यालय में पुन: अध्यापन हेतु जाने से वह विद्यालय बन्द हैं जबकी सभी विद्यालय 22 जून से चालू है परंतु चिखली का प्राथमिक विद्यालय आज भी बंद है शिक्षक नही होने से प्राथमिक कक्षाओं में पढऩे वाले बच्चे व नवीन प्रवेश लेने वाले बच्चे व उनके अभिभावक पढ़ाई को लेकर काफी चिंतित है। वहीं मध्यान्ह भोजन जुड़े समूह का कहना है कि अगर इसी तरह से विद्यालय बंद रहेगा तो हमारे रोजगार का क्या होगा। हीं माता पिता अभिभावक का कहना है कि अगर इस प्रकार से विद्यालय बंद रहता है तो हमारे बच्चों के भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। अभिभावकों की पीड़ा है कि केंद्र व प्रदेश सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य को लेकर करोड़ों-अरबों रुपए खर्च कर रही है लेकिन जमीनी स्तर पर हालत अलीराजपुर जिले के सुदूर ग्रामीण अंचल में बद से बदतर होते जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है तब से किसानों के साथ गांव के गरीब के साथ और बेरोजग़ारी के साथ ही सभी वर्ग लोगों के साथ छलावा किया है धोखा किया है। इस समस्या को लेकर सरपंच नरींग मोरी व गांव के सभी लोग मिलकर विधायक मुकेश पटेल से मोबाइल पर अपनी समस्या बताते हुए जल्द ही शिक्षक की नियुक्ति की मांग की। गौरतलब है कि सोंडवा ब्लॉक 108 स्कूल है जिनमेें से कई बंद है, ऐसे में ग्रामीण अंचलों में छात्र-छात्राओं में शिक्षा एवं ज्ञान का प्रकाश कैसे फैलेगा, यह समझ से परे हैं।
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