युवक की हत्या के अंधेकत्ल का पर्दाफाश : पूर्व से रची गई थी हत्या की साजिश, लोहे की सब्बल से सिर में वार कर की गई थी हत्या
आलीराजपुर । पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास के निर्देशन में थाना आजादनगर पुलिस टीम द्वारा अज्ञात युवक की हत्या के अंधेकत्ल का गहन तकनीकी एवं साक्ष्य आधारित अनुसंधान कर घटना के अज्ञात दो आरोपियों को 03 दिवस के भीतर ज्ञात कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें एक विधि विरुद्ध बालक भी सम्मिलित है।
घटना का विस्तृत विवरण: दिनांक 30.05.2025 को थाना आजादनगर को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम कासट तड़वी फलिया स्थित राघु के पत्थर वाले खेत में एक व्यक्ति की डिकम्पोज अवस्था में लाश पड़ी हुई है। सूचना प्राप्त होने पर पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची एवं घटनास्थल का निरीक्षण कर पंचनामा कार्यवाही करते हुए शव की शिनाख्त हेतु प्रयास प्रारंभ किए। मृतक की पहचान दीपा पिता पांगलिया मिनामा उम्र 22 वर्ष निवासी खेरियामाली तड़वी फलिया, थाना आजादनगर के रूप में की गई। मृतक की लाश की स्थिति अत्यंत सड़ी-गली होने से प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट हुआ कि मृत्यु 2 से 3 दिन पूर्व हुई थी। शव को सी.एच.सी. आजादनगर में पीएम हेतु भेजा गया तथा उक्त घटना मे मर्ग क्रमांक 49/25 धारा 194 बीएनएसएस पंजीबद्ध कर प्रारंभिक विवेचना की गई। डॉक्टर द्वारा प्रदत्त पीएम रिपोर्ट में मृतक के सिर में गंभीर चोट पाई गई, जिससे मृत्यु होना उल्लेखित किया गया। इस आधार पर थाना आजादनगर में अपराध क्रमांक 266/2025 धारा 103 बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) के अंतर्गत हत्या काप्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना में खुलासा: विवेचना के दौरान मृतक के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) प्राप्त की गई, जिसमें पाया गया कि मृतक के मोबाइल पर अंतिम कॉल ग्राम बड़गांव माफिदार फलिया निवासी सरपीबाई पति सकरा भुरिया के मोबाइल नंबर से की गई थी। सरपीबाई से पूछताछ करने पर बताया गया कि उसका मोबाइल उसका नाबालिग पुत्र उपयोग करता है। नाबालिक बालक से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने अपने जीजा शैलेष पिता करसिंह लखमिया भील उम्र 25 वर्ष निवासी बोरकारा चौकीदार फलिया के साथ मिलकर पूर्व से योजना बनाकर मृतक दीपा को ग्राम कासट तड़वी फलिया स्थित खेत में बुलाया और वहां लोहे की सब्बल से सिर में गंभीर वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए थे और मृतक की लाश खेत में ही पड़ी रह गई थी, जो 2-3 दिन बाद सड़ी-गली अवस्था में ग्रामीणों को मिली। अरोपी शैलेष से घटना के संबंध में पूछताछ करते उसके द्वारा बताया गया कि आरोपी शैलेष मृतक की बहन से बातचीत करता था, जिस संबंध में मृतक द्वारा आरोपी को उसकी बहन से बातचीत न करने को कहा था, जिसकी द्वेषता में आरोपी के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से मृतक दीपा की हत्या की गई।
पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को अभिरक्षा में लिया गया एवं साक्ष्य संकलन उपरांत माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। घटना के अज्ञात हत्या के आरोपियों की पतारसी में थाना प्रभारी आजादनगर श्री शिवराम तरोले, चौकी प्रभारी सेजावाडा सउनि तिलक राज सिंह, उनि. नगीनलाल नायक, सउनि दिनेश नरगावे, सउनि. दिनेश हाडा, सउनि. भूपेन्द्र नायक, आर. 177 विजय, आर. 31 भारत पचाया एवं साइबर सेल अलीराजपुर की टीम का विशेष सराहनीय योगदान रहा है।