जितेंद्र वाणी, नानपुर
भागवत कथा के पांचवे दिन मां कालिका मंदिर प्रांगण पर रूक्मणी विवाह के आयोजन ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। श्रीकृष्ण और रुक्मणी की वरमाला के समय सब भक्तो ने पुष्पों की बरसात की। कथावाचक पंडित शिव गुरु शर्मा(उन्हेल वाले)ने भागवत कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि जो भक्त भगवान श्रीकृष्ण रुक्मणी के विवाह उत्सव में शामिल होते हैं, उनकी वैवाहिक समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है।
