मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
आम्बुआ कस्बे की विगत चार दशक से प्यास बुझाती आ रही नल जल प्रदाय टंकी अब जवाब देने लगी है उसका पेट नहीं भर पाने के कारण वह जनमानस को प्यासे रखने की हालत में पहुंच रही है जीर्ण शीर्ण हालत तथा ट्यूबवेल का जलस्तर पाताल में जा रहा होकर जल प्रदाय में समस्या पैदा कर रहा है यह समय प्रशासनिक अदूरदर्शिता का नतीजा भी कहा जा सकता है जब यह पता चल रहा था कि विगत महीनों में जलस्तर गिर रहा है तथा टंकी पूरी क्षमता के साथ नहीं भर पा रही है तो समय रहते कोई वैकल्पिक या स्थाई समाधान क्यों नहीं खोजा गया? जल जीवन मिशन योजना के ठेकेदार तथा प्रशासन की मिलीभगत से आम्बुआ कस्बे को इस योजना का लाभ भी नहीं मिलने की चर्चा जोरों पर है और जवाबदार चुप्पी साधे बैठे हैं।
