मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
भागवत कथा मनुष्य के जीवन को स्वच्छ तथा साफ करती है। मन में जमा विभिन्न प्रकार का मेल कथा से वैसे ही साफ हो जाता है जिस तरह गंदा कपड़ा साबुन से साफ हो जाता है भागवत कथा भी मन में भरा मैल साफ कर देती है। भागवत कथा मनुष्य को भवसागर से वैसे ही पार कर देती है जैसे लोहे की कील लकड़ी में लगकर पार हो जाती है भागवत परम मोक्ष प्रदान करती है।

उक्त वक्तव्य आम्बुआ में शंकर मंदिर प्रांगण में राठौड़ परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा के प्रथम दिवस व्यास पीठ से पंडित अमित शास्त्री ने व्यक्त किये। उन्होंने आगे भक्ति का वर्णन करते हुए बताएं की भक्ति के दो बेटे ज्ञान और वैराग्य मां भक्ति जवान थी जब की बेटे बूढ़े हो गए थे भक्ति ज्ञान वैराग्य की कथा के साथ भागवत का महत्व बताया कथा के पूर्व जजमान परिवार ने भागवत कथा की स्थापना पूजा आरती की।

 
						 
			