मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
होलिका दहन के बाद शीतला सप्तमी का त्यौहार मनाया जाता है जिसमें बासी भोजन व्यंजन का भोग शीतला माता को लगाया जाता है भीड़भाड़ से बचने हेतु महिलाएं सुबह 3 से शीतला माता मंदिर पहुंच गई तथा पूजा अर्चना की एवं परिवार में सुख समृद्धि की प्रार्थना की प्रजापत समाज ने टेंट तथा विद्युत व्यवस्था मंदिर परिसर में की।

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