मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
आम्बुआ ही नहीं अपितु आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की लुकाछिपी से हड़कंप मचा हुआ है बिजली विभाग द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जवाबदार चुप बैठे हैं,इस अघोषित कटौती तथा बालटेज के उतार चढ़ाव के कारण विधार्थी व्यापारी कृषक सभी परेशान हो रहे हैं।

विगत महिनों से क्षेत्र में बिजली की हालत पतली बनी हुई है, कभी मेंटनेंस के नाम से तो कभी बगैर किसी पूर्व सूचना के दिन हो या रात कभी भी बिजली कटौती कर दी जाती है, इसके साथ ही वांलटेज के उतार चढ़ाव से घरेलू बिजली उपकरणौ की नुक्सानी भी हो रही है,। इधर बच्चों की परीक्षाएं प्रारंभ हो रही हैं उन्हें पढ़ाई में परेशानी हो रही है,आटा चक्की वाले,ठंडा बेचने वाले, बिजली के सामान विक्रेता के साथ ही वे कृषक जिन्हें सिंचाई करना है सिंचाई नहीं होने के कारण फसलों को हानि हो रही है,इधर फोटो स्टूडियो वाले , फोटो कांपी तथा क्योस्क सेंटर चलाने वाले तथा बैंकिंग कार्य आदि में भी परेशानी हो रही है सबसे अधिक गंभीर स्थिति जल प्रदाय योजना की हो रही है टंकी में पानी भरने में परेशानी होने के कारण जल प्रदाय समय पर नहीं हो पा रहा है,। बिजली विभाग का कोई जवाबदार ठीक से जबाब नहीं दे रहे हैं। यदि यही स्थिति रही तो मजबूरन नागरिकों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ सकता है।
