आदिवासी पारंपरिक पेय शुद्ध ताड़ी पर अंकुश लगाने की कार्रवाई के विरोध मे वाहन रैली निकालकर कलेक्टर एवं एसपी को सोपा ज्ञापन

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पीयूष चन्देल, अलीराजपुर
पुलिस प्रशासन एवं आबकारी विभाग द्वारा जिलेभर मे अवैध मदिरा के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत देश भर मे प्रसिद्ध आदिवासी पारंपरिक पेय शुद्ध ताड़ी के विरुद्ध की जा रही अकारण कार्रवाई के विरोधस्वरुप जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेश पटेल के नेत्रत्व मे ग्रामीणो ने बुधवार को एक विशाल दुपहियां वाहन रैली निकालकर कलेक्टर सुरभि गुप्ता एवं एसपी विपुल श्रीवास्तव को अलग-अलग ज्ञापन सौपकर जिलेभर मे अवैध शराब एवं नकली शराब के विरुद्ध उचित कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर पुर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष राधेश्याम माहेश्वरी, कार्यवाहक अध्यक्ष ओमप्रकाश राठौर सहित बडी संख्या मे कांग्रसी कार्यकर्ता एवं ग्रामिणजन उपस्थित थे।

अवैध एवं नकली शराब के विरुद्ध है कांग्रेस

पुलिस प्रशासन एवं आबकारी विभाग द्वारा शुद्ध ताडी के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई को लेकर बुधवार दोपहर को जिला कांग्रेस कार्यालय पर आसपास के ग्रामिणो की भारी भीड उमडी। यहां से कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेश पटेल के नेत्रत्व मे विशाल दुपहियां वाहन रैली निकालकर कलेक्टर एवं एसपी विपुल श्रीवास्तव को अलग-अलग ज्ञापन सौपा गया। रैली मे ग्रामिणजन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारैबाजी करते हुए नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए निकले। पहले एसपी कार्यालय पहुंचे फिर वहां से कलेक्टोरेट कार्यालय ज्ञापन देने पहुंचे। कांग्रेसी नेताओ ने ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधी एसडीएम लक्ष्मी गामड को सोपा।

रंगशाही के नही आने पर बैठे धरने पर

इस दोरान कांग्रेसी नेता जिला आबकारी अधिकारी विनय रंगशाही से चर्चा की मांग पर अडे रहे, परंतु रंगशाही कार्यालय से नदारद हो गए। इस दौरान ग्रामिणो ने रंगशाही के खिलाफ जमकर नारैबाजी की। रंगशाही के नही आने पर कांग्रेसी नेता एवं ग्रामिणजन कलेक्टोरेट गेट पर धरने पर बैठ गए, परंतु एसडीएम गामड की समझाईश के बाद वह उठ गए। इस अवसर पर जिकां अध्यक्ष  पटेल ने बताया कि पुलिस एवं आबकारी विभाग द्धारा अवैध शराब एवं नकली शराब के विरुद्ध कि जा रही कार्रवाई को लेकर हम उससे संतुष्ट है, मगर इसकी आड मे झाबुआ-अलीराजपुर में आदिवासी समाज की मुख्यतः संस्कृति व पारंपरिक तोर पर जुड़ी शुद्ध ताड़ी पर प्रशासन की कार्यवाही समझ से परे हैं। अवैध रूप से नकली ताड़ी के परिवहन एवं सँग्रह के विरुद्ध हम साथ है, जिनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए, किंतु विवाह, पंच बैठक, अंतिम संस्कार, सामाजिक रीति-रिवाज आदि में ताड़ी का प्रचलन सदियों से चली आ रही परम्परा है। ऐसे लोग पांच-दस लीटर ताड़ी अपने रिश्तेदारो के यहां लेकर जाने की परंपरा है। उनको भी पुलिस व आबकारी विभाग द्वारा अकारण परेशान कर प्रकरण दर्ज कर रहे हैं, जिसका हम विरोध करते है। आदिवासी वर्ग अपने घर से आसपास को न्यूनतम दाम पर शुद्ध ताड़ी देने वालों का अपना रोजगार भी है, जिसे प्रदेश की भाजपा सरकार खत्म करना चाहती है। ताड़ी आदिवासी समाज की मुख्य रुप से आजविका का साधन भी है, जिसे बेचकर परिवार का पालन पोषण भी होता है। देशभर में प्रसिद्ध ताड़ी आदिवासी समुदाय की संस्क्रति ओर वर्षो पुरानी पुश्तेनी होकर इसको बेचने से परिवार को आर्थिक लाभ होता है। श्री पटेल ने प्रशासन और प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जहां एक तरफ जिले में अवैध शराब का कारोबार फलफूल रहा है। वही गांव-गांव में नकली और घटिया शराब की बेतहाशा परिवहन व बिक्री हो रही है, जिसको रोकने में जिला प्रशासन नाकाम रहा है, और आदिवासी समाज के वेध पारम्परिक पेय पदार्थ ताड़ी पर अपना डण्डा राज चला रहे हैं। इसके विरोध मे जिला कांग्रेस आगामी दिनो मे हजारो ग्रामिणो के साथ सडको पर उतरकर उग्र आंदोलन करंेगी, जिसकी समस्त जवाबदारी जिला प्रशासन की रहेगी। इस अवसर पर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष केलाश चौहान, कांग्रेसी नेता खुर्शीद अली दिवान, ललीत जेन, सोनु वर्मा, मालसिंह मण्लोई, राजु चोहान, बहादुर भाई, सुरेष सारडा, कमल बघेल सहित बडी संख्या मे ग्रामिणजन मोजुद थे। यह जानकारी जिला कांग्रेस मिडिया प्रभारी रफीक कुरैशी ने दी।

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