रेट बढ़ाने को लेकर रेलवे रेक पॉइंट पर मजदूरों का हंगामा : मजदूरों को अब मिलेगा 500 रुपये बढ़कर मजदूरी

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भूपेन्द्र बरमंडलिया, मेघनगर

 झाबुआ अलीराजपुर एवं अन्य जिलों में नागरिक आपूर्ति निगम का गेहूं चावल व अन्य खाद्यान्न वेयरहाउस एवं सोसाइटी तक पहुंचने के लिए रेलवे मालगाड़ी के द्वारा मेघनगर रैक पॉइंट पहुंचता है। टेंडर प्रक्रिया के द्वारा अनाज को लोडिंग एवं अनलोडिंग का काम ट्रांसपोर्ट, ठेकेदार द्वारा किया जाता है। पूर्व में यह कार्य मेघनगर के ठेकेदार सुरेश चंद पूरणमल जैन के पास था वर्तमान में इसे भोपाल के ठेकेदार ट्रांसपोर्ट युसूफ खान सोना ट्रांसपोर्ट के नाम से नान का कार्य कर रहे हैं। 2 वर्ष पूर्व भी सोना ट्रांसपोर्ट भोपाल द्वारा मेघनगर से नान का कार्य कर चुके है। बुधवार पहुंची 42 बोगी गेहूं भरी ट्रेन मेघनगर रेलवे रैक पॉइंट पर खाली होने पहुँची। एक ट्रेन को खाली होने के लिए लगभग एक साथ 300 मजदूरों की आवश्यकता पड़ती है रेलवे विभाग द्वारा 12 घंटे का समय ट्रेन को रेक पॉइंट पर लगने से खाली होने तक दिया जाता है। तय समय में यदि ट्रेन खाली नहीं होती है.. तो प्रति घंटे के हिसाब से कांटेक्टर ठेकेदार पर प्रति घन्टे के हिसाब से पेनल्टी लगना प्रारंभ हो जाती है।

बुधवार को लगी गेहूं की रेक पर स्थानीय मजदूर तो पहुंचे लेकिन उन्होंने पूर्व के रेट में बोगी खाली करने से मना कर दिया।एक बोगी में 1250 बोरी गेहूं भरा होता है। पूर्व ठेकेदार सुरेश चंद जैन 2800 रुपये प्रति बोगी मजदूरी का रेट तय कर रखा था।

बुधवार सुबह रेक खाली करने पहुचे मजदूरों ने प्रति बोगी मजदूरी 3500 सो रुपये की मांग भोपाल के सोना ट्रांसपोर्ट युसूफ खान से की।मामले में बात चीत होते होते सुबह से दोपहर हो गई 300 की जगह मात्र 30 मजदूर ट्रेन की बोगी खाली करने में लगे थे जो कि बहुत ही कम थे झाबुआ भारतीय मजदूर यूनियन संघ के जिला अध्यक्ष संदीप मेहता मजदूरों की आवाज बनकर मेघनगर रेलवे रैक पॉइंट पर पहुंचे जहाँ उन्होंने भोपाल के ठेकेदार से बात कर मजदूरों की पीड़ा को ठेकेदार के सामने रखा। संदीप मेहता ने बताया कि स्थानीय मजदूर लंबे समय से परेशान है लॉकडाउन में उन्हें काम भी नहीं मिला है महंगाई के हिसाब से अब मजदूरी का रेट बढ़ाना होगा तभी मजदूर आपकी गेंहू की रेक खाली करेगे। मेहता ने कहा कि पलायन रोकने के लिए मध्यप्रदेश सरकार लगातार इस दिशा में काम कर रही है आपको भी मजदूरों को सहयोग करना है तभी अंतिम व्यक्ति की चिंता करते हुए हम दोनों हाथ से रेल की पटरी की तरह काम कर पाएंगे तब जाकर नवीन ठेकेदार युसूफ खान ने मजदूरों की सारी मांग को मानते हुए काम पर लौटने की बात कही व मजदूर काम पर लोटे। खबर लिखे जाने तक लगभग आधी ट्रैन की बोगियां खाली हो चुकी थी। मजदूरों 500 रुपये प्रति बोगी बढ़कर मिलने से मजदूरों में खुशी की लहर है। ठेकेदार ने यह भी बताया कि आने वाले समय में अगली बोगी में रेट को मजदूरों से सही तालमेल बना कर रेट को और भी बढ़ा दिया जाएगा।

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