झाबुआ – कलेक्टर के निर्देश पर पिछले दिनो कृषि मंडी विभाग द्वारा छोटे अनाज व्यापारियो के यहां कार्रवाई कर उनके तोल-कांटे एवं माल सख्ती बरतकर जब्त कर लिया गया और उन्हं कृषि उपज मंडी में दुकाने लगाने के निर्देश दे दिए गए है। इतनी दूर जाने में ग्रामीणों को काफी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। मंडी कर्मचारी बड़े अनाज व्यापारियों से सांठगांठ कर छोटे व्यापारियों को डरा-धमका रहे है। यह बात एवं आरोप जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष एवं जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने लगाए है। भूरिया ने कहा कि कांग्रेस ग्रामीण किसानो की समस्याओ को लेकर उनके साथ है एवं उनकी परेशानियो को लेकर समय-समय पर उग्र आंदोलन कर शासन-प्रशासन को चेताने का भी काम करती है, लेकिन शासन एवं यहां का जिला प्रशासन ग्रामीण किसाना के लिए कोई संवेदनशील नहीं है एवं उनका पूर्णतः शाषण करने में लगा हुआ है।
छोटे अनाज व्यापारियो को परेशान किया जा रहा –
भूरिया ने आगे बताया कि मंडी विभाग के कर्मचारियों द्वारा कार्रवाई कर छोटे अनाज व्यापारियो को परेशान किया जा रहा है एवं बड़े व्यापारियो से सांठगांठ कर तथा उनसे रुपए लेकर उन्हे संरक्षण दिया जा रहा है। इस तरह का मामला पिछले रविवार को कृषि उपज मंडी में लगे हाट बाजार में उजागर हुआ। जहां वर्दी मंे तैनात मंडी के कर्मचारियों द्वारा बड़े व्यापारियों से पैसे लेकर छोटे व्यापारियो के व्यवसाय को प्रभावित करने का कार्य किया गया। भूरिया ने इस ओर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियो को ध्यान दिए जाने पर जोर दिया।
किसानों का हो रहा नुकसान –
जिपं अध्यक्ष भूरिया ने बताया कि कांग्रेस ग्रामीणो एवं किसानो के समस्याओं के लिए हमेशा प्रयासरत है। मंडी विभाग द्वारा अनाज व्यापारियों की दुकाने कृषि उपज मंडी में लगाए जाने के निर्देश देने से इतनी दूर जाने में ग्रामीणो को काफी दिक्कते आ रहं है। उन्हें बस, जीपो के साथ आॅटो रिक्शा का अत्यधिक किराया देकर मंडीं तक पहुंचना पड़ रहा है, जिससे उन्हें मुनाफा कम हो रहा है एवं नुकसान अधिक हो रहा है। लायसेंस प्रक्रिया में भी गोलमाल करने का आरोप भूरिया ने लगाया है। उन्होंने जिला प्रशासन से इस ओर ध्यान देकर छोटे अनाज व्यापारियो को न्याय दिलवाने एवं ग्रामीण तथा किसानो को उक्त समस्याओ से निजात दिलवाने की मांग की है।