गुजरात के वाघोडिया में पारस मिल से क्राइम बांच ने जिले की राशन दुकानों का 12 लाख रुपए कीमत का 1300 क्विंटल गेहूं किया जब्त

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फिरोज खान, अलीराजपुर

गुजरात के वाघोडिया में कोटंबिनी के पास स्थित पारस मिल से गत दिवस गुजरात पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आलीराजपुर जिले की शासकीय राशन दुकानों का 12 लाख रूपए से अधिक कीमत का 1300 क्विंटल गेंहु पकड़ा है। जो कि जिला प्रशासन की भ्रष्टाचार की नीति को दर्शाता है। इस संबंध में मै लगातार आवाज उठाता रहा हुं, लेकिन जिला प्रशासन ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण जिले के गरीब आदिवासियों के हक के राशन की कालाबाजारी लगातार जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी और ठेकेदारो की मिलीभगत से लंबे समय से हो रही है। गेंहु की कालाबाजारी को गुजरात क्राइम ब्रांच पुलिस ने उजागर कर मप्र सरकार और जिला प्रषासन आलीराजपुर की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। आलीराजपुर जिले के गरीब आदिवासियों के हक के राशन की कालाबाजारी को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, हर गरीब आदिवासी को उसके हक का राशन दिलवाया जाएगा, चाहे इसके लिए सडकों पर उतरकर आंदोलन ही क्यों न करना पडे। ये बात विधायक मुकेष पटेल ने शनिवार को विधायक निवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होने कहा कि ये मामला शनिवार को गुजरात के दिव्य भास्कर समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित हुआ है। जो जिले के सरकारी अनाज के भ्रष्टाचार की पुष्टि करता है।

भ्रष्टाचारियों को दे दी खुली छूट

विधायक पटेल ने कहा कि जिला प्रशासन ने भ्रष्टाचारियों और कालाबाजारी करने वालों को खुली छूट दे रखी है। जिसके कारण जिले के गरीब आदिवासियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत निःशुल्क राशन और पीडीएस योजना का राशन नहीं मिल पा रहा है ।

लूटने में लगे दुकान संचालक और परिवहन ठेकेदार

विधायक पटेल ने कहा कि हमारे जिले का सरकारी गेहुं गुजरात राज्य में गुजरात की क्राइम ब्रांच पुलिस ने पकड़ा है। जबकि ये कार्य हमारे जिले के प्रषासन को करना था। इससे स्पष्ट होता है कि हमारे जिले के अधिकारी, कर्मचारी और ठेकेदार आपसी मिलीभगत और सांठगांठ कर कोरोना जैसी महामारी में गरीब आदिवासियों का अनाज उन तक नहीं पहुंचने दे रहे है और प्रषासन की मदद से लाखों रूपए के अनाज की कालाबाजारी कर गुजरात की मिलो में पहुंचाकर लुटने में लगे है।

मीलों मे मिल सकता है सैकडो बोरी अनाज

विधायक पटेल ने कहा कि गुजरात के सूरत, कांडला, वाघोडिया, वडोदरा के विभिन्न स्थानों पर आटा व मैदा मिलों में यदि मप्र सरकार जांच करवाएं तो वहां पर सैकडो बोरी अनाज अभी भी मिल सकता है जो मप्र के गरीबों को दिया जाना था।

पुरे जिले में गोरखधंधा, सरकार में दम हो तो करवाएं निष्पक्ष जांच

विधायक पटेल ने कहा कि जिले में पिछले कई सालों से अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से ये गोरखधंघा चल रहा है। जिले में चपरासी से लेकर आपरेटर व तुलावटी राशन दुकान चला रहे हे । जबकी सेल्स मेन ही दुकान संचालित कर सकता हे । जिससे जिले के गरीबों के हक का अनाज गुजरात राज्य की मिलों में जा रहा है । यदि मप्र की सरकार में दम हो तो इस मामले में पिछले पांच साल की निष्पक्ष जांच करवा ले तो सामने आ जाएगा कि आदिवासियों के लिए कितना राशन आवंटित हुआ और उन्हें कितना राशन मिला और कितने राशन की कालाबाजारी हुई है।

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