जीआरपी सुस्त+चोर हुए मस्त = खौफ मे सफर करने की मजबूरी
झाबुआ लाइव के लिए बामनिया से लोकेंद्र चाणोदिया की रिपोर्ट।
कहने को तो रेल प्रशासन अपनी सुरक्षा सुविधाओ की बडे़ ही गुणगान करता है। साथ ही रेलवे की सुरक्षा को लेकर दो एजंेसियां आरपीएफ व जीआरपी दोनों ही जवाबदार है। किन्तु वर्तमान में रतलाम से दाहोद के बीच सफर करने वाले यात्रियो को ऐसा महसूस होता है कि रेलवे की सुरक्षा भगवान के भरोसे चल रही है। हम यहां यह इसलिए लिख रहे हैं कि अभी एक सप्ताह भी नहीं गुजरा रतलाम दाहोद मेमू ट्रेन पर रावटी रेलवे स्टेशन पर शराबियो द्वारा पथराव किया गया था। जिसमें तीन यात्री घायल हुए थे। गत मंगलवार रात्रि हबीगंज दाहोद डेमू से रतलाम से बामनिया यात्रा कर रहे खवासा के भटेवरा परिवार की बहू सुलोचना कैलाश भटेवरा से मोरवानी रेलवे स्टेशन पर उनके गले मे पहने हुआ तीन तोले का मंगलसूत्र मय 40 मोती के कीमत लगभग यात्री के अनुसार 1 लाख 40 चालीस हजार रुपए अज्ञात चोर ले भागे। जिसकी प्राथमिकी जीआरपी थाना रतलाम में बुधवार को दर्ज करवाई गई। हादसा उस समय हुवा जब डेमू टेªन मोरवानी स्टेशन से शुरू ही हुई थी कि स्टेशन के बाहर चोरो द्वारा चेन पुलिंग की गई और महिला से मंगलसुत्र छिन कर चोर भाग गये। ऐसी स्थिति में यात्रियो का रेल की यात्रा करना खतरे से भरा साबित होता जा रहा है। जब कि जब घटना घटित हुई तब गाडी में पुलिस बल भी मोजूद था यह नही कि यह चैन पुलिंग पहली बार हूई है आये दिन रतलाम से दाहोद के बीच लोकल गाड़ियो को जिसकी जहां मर्जी होती है वह वहां खडी कर लेता है साथ ही ऐसी कई घटनाये हो जाती है जिसकी सूचना रेलवे सुरक्षा बल को मिल ही नही पाती है या रेलवे स्टेशन पर उपस्थित कर्मचारी द्वारा टालमटोल कर दी जाती है। क्या रेलवे यात्रियो की सुरक्षा को लेकर कोई कडे कदम उठाएगा या फिर यही सब कुछ रोज की तरह चलता रहेगा।
बोले पीडित –
मैंमेरी पत्नी और बालिका हम तीनो डेमू ट्रेन से रतलाम से बामनिया आ रहे थे कि रास्ते में मोरवानी रेलवे स्टेशन पर अज्ञात चोर मेरी पत्नी से 1 लाख 40 हजार कीमत का मंगलसूत्र झपट कर ले भागे, जिसकी रिपोर्ट मैंने रतलाम जाकर दर्ज करवाई।
(कैलाश भटेवरा निवासी खवासा)