पिता को मुखाग्नि देते ही चीख पड़ी बेटी, रोते हुए बोली- हैप्पी फादर्स-डे पापा; देखिये E’XCLUSIVE VIDEO

0

सुनील खेडे @ जोबट

पिता को मुखाग्नि देकर जोबट की बेटी ने निभाया अपना फर्ज। जब बेटी मुखाग्नि दे रही तब रोते हुए बेटी ने कहा “हैपी फादर्स-डे पापा,, तो वहां उपस्थित हर एक व्यक्ति की आंखें भीग गई। बेटी के पिता को इस दुनिया से जाते वक्त हर किसी का मन उसको देखकर दुखी हो रहा था जो रोते-रोते बोल रही थी पापा हैप्पी फादर्स-डे।

बीती रात पूर्व खण्ड शिक्षा अधिकारी ओर पुर्व उत्कृष्ट उमावि के प्राचार्य नरेंद्र कुमार त्रिवेदी का लंबी बीमारी के बाद उनका निधन शनिवार शामको हो गया। जिनका अंतिम संस्कार फादर्स-डे के दिन यानि रविवार को सूर्य ग्रह लगने से पहले किया गया। त्रिवेदी जी के पुत्र नहीं है तथा एकलौती बेटी अर्पिता त्रिवेदी है ओर ऐसे में पिता को मुखाग्नि कौन दें? यहीं चर्चा चल रही थी लेकिन लोगों की सोच में बदलाव आ चुकी हैं और बेटी भी किसी बेटे से कम नहीं…वाकई इस बात को त्रिवेदी परिवार ने साबित भी कर दिखाया है। त्रिवेदी जी के बड़े भाई डॉक्टर केके त्रिवेदीजी इतिहासकार झाबुआ की पाल पर बेटी ने बेटे का फर्ज निभाया और पिताजी को मुख अग्नि देकर अपना फर्ज निभाया।
रविवार को डोही नदी मुक्तिधाम पर उनका अंतिम संस्कार हुआ तथा सभी लोग भावुक उस वक्त हुआ जब अर्पिता त्रिवेदी भीगी आंखों से रोते हुए मुख अग्नि दे रही थी और बोली कि हैप्पी फादर्स डे पापा इस दृश्य को देख कर मुक्तिधाम परिसर हर किसी का मनुष्य बेटी को देखकर दुखी हो रहा था

बेटी ने बेटे का अपना फर्ज निभाया-:
भारतीय संस्कृति में किसी की मौत होने पर उसको मुखाग्नि मृतक का बेटा, भाई, भतीजा, पति या पिता ही देता है। दूसरे लफ्जों में आमतौर पर पुरुष वर्ग ही इस रस्म निभाता है। किंतु नरेंद्र त्रिवेदी की एकलौती बेटी ने अपना फर्ज निभाते हुए मुखाग्नि दी है जो नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है। उल्लेखनीय है कि जोबट नगर में संभवता यह पहला मामला है जब बेटी नहीं है फर्ज निभाया

Leave A Reply

Your email address will not be published.