श्री संघ के सदस्यों का शाॅल-श्रीफल से किया स्वागत
झाबुआ – स्थानीय ऋषभदेव बावन जिनालय मे चार्तुमास हेतु विराजित परम् पूज्य राष्ट्रसंत जैनाचार्य श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी मसा की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी रत्ना पुण्य दर्शना श्रीजी मसा आदि ठाणा-3 के दर्शन-वंदन हेतु शुक्रवार दोपहर को आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा से जैन श्रीसंघ के श्रावक-श्राविकाओ का आगमन हुआ। इस अवसर पर जैन श्री संघ झाबुआ एवं चार्तुमास समिति की ओर से पधारे यात्रिक संघ का शाॅल-श्रीफल से बहुमान किया गया। प्रवक्ता डाॅ. प्रदीप संघवी ने बताया कि पूज्य साध्वीजी के दर्शन हेतु प्रतिदिन यात्रिक संघ का आगमन हो रहा है। इसी क्रम मे गुरूवार को विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश) से जैन श्री संघ के सदस्यांे का आगमन हुआ। संघ के सदस्यो ने ऋषभदेव बावन जिनालय के दर्शन एवं चैत्यवंदन की विधि के पश्चात पूज्य साध्वीजी के वंदन कर सुखसाता पूछी एवं विजयवाड़ा पधारने की विनती की।
शाॅल-श्रीफल से किया बहुमान – विजयवापाड़ा श्रीसंघ के प्रमुख नैनमलजी कांकरिया, संघपति रमेश देवीचंदजी एवं सुरेश जैन का श्री संघ अध्यक्ष धर्मचन्द मेहता, चार्तुमास समिति अध्यक्ष ओच्छबलाल जैन, योगेश जैन बापू, अशोक संघवी, अंकित कटारिया ने तिलक लगाकर शाल-श्रीफल से बहुमान किया। यात्रिक संघ की श्राविकाओं का बहुमान मांगूबेन सकलेचा एवं श्वेता सकलेचा ने किया। यांत्रिक संघ की ओर से यहां श्री नवपद ओलीजी के सभी तपस्वियो का हुमान कर प्रभावना वितरित की गई।