लवनेश गिरी गोस्वामी @ थांदलारोड
देश मे फेल रही कोरोना बीमारी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने देश मे 3 मई तक लॉकडाउन किया गया है जिसमें किसी को भी एक जिले से दूसरे जिले या एक राज्य से दूसरे राज्य में आने जाने की अनुमति नही है फिर भी लोग इसका पालन नही कर रहे। जिसका एक उदाहरण पिटोल बार्डर पर मंगलवार शाम देखने को मिला जहा पुलिस प्रशासन द्वारा 15 लोगो को म.प्र. सीमा में घुसते हुए रोका और उन्हें ग्राम नौगांवा में बनाये गए क्वारींटाइन केंद्र शासकीय बालक छात्रावास में 14 दिन के लिए क्वारींटाइन किया । छात्रावास अधीक्षक लालजी देवल से बात करने पर बताया गया कि इन्हें पुलिस प्रशासन ने मंगलवार रात्रि 7 बजे के आसपास यहा छोड़ा है। ये दो परिवार है एक परिवार के दो लोग है जो गुजरात के गांधीनगर से आ रहे थे और मंदसौर के भानपुरा जा रहे थे और बाकी 13 लोग एक परिवार के है जिनमे छोटे-छोटे बच्चे भी है जो गुजरात के आणंद से आ रहे थे जिन्हें उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जाना था। इनकी जांच बार्डर पर हो चुकी है और मेघनगर स्वास्थ्य केंद्र बीएमओ डॉ सेलेक्सी वर्मा के निर्देश पर बसंत मोर्य, सुपरवाइजर नानालाल पाटीदार, धापू मंसारे व ए एन एम शकुंतला भूरा ने आकर सभी 15 लोगो से स्वास्थ्य संबंधी पूछताछ की व चौकी प्रभारी रुकमणी अहिरवार व महावीरसिंह द्वारा भी सभी से जानकारी लो गई व सुरक्षा की दृष्टि से आरक्षक रूपेश मेहता व कोटवार को बालक छात्रावास पर तैनात किया। थांदला SDOP मनोहर गवली द्वारा भी क्वारींटाइन केंद्र पर आकर सभी को सोशल डिस्टेंस का पालन करने की समझाइश दी गई।