भूपेंद्र सिंह नायक@पिटोल
: लॉक डाउन के आज 12 वा दिन जहां देश सहित मध्य प्रदेश में चल रहा है। वहीं अब नेशनल हाईवे पर रोड पर लोगों का चुल्हा जले इसलिए इस महामारी वाली करो ना वायरस की बीमारी को जो आपसी मेलजोल के कारण संक्रमण संक्रमण से फैलता है उसकी परवाह किए बिना हजारों किलोमीटर रोजाना सफर कर तय करते हैं ।गुजरात के भरूच से 40 किलोमीटर दूर दहेज गांव तथा सूरत के पास हजीरा के गेस पॉइंट से गैस के टैंकर भरकर मध्य प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में वहां के गैस रिफिलिंग सेंटर तक गैस के टैंकर लेकर पहुंचते हैं ताकी लोगों के घर तक गैस की टंकी के माध्यम से गैस पहुंच जाए परंतु आज पिटोल बॉर्डर पर आज गैस टैंकर एवं खाद्य सामग्री ले जाने वाले ड्राइवरों ने अपनी व्यथा बताई हम लोग रोजाना हजारों किलोमीटर चलते हैं और अब इन हाईवे की होटलों को बंद करने से खाने बिन पीने की दिक्कत हो गई है । कई किलोमीटर तक पानी उपलब्ध नहीं होता । इस वजह से आप हम जहां पर गाड़ी खाली करते हैं वहां से गैस की टंकी राशन पानी लेकर चलते हैं ।10 टैंकर वाले एक कंपनी के एक जगह इकट्ठा होकर खाना बना कर खा रहे हैं और सतत गैस के टैंकर चलाकर गैस की आपूर्ति कर रहे हैं । ड्राइवर राहुल का कहना है कि गुजरात एवं अन्य प्रदेशों के समाजसेवी रोड पर चलने वाले ड्राइवरों की गाड़ी में भोजन के पैकेट की व्यवस्था कर कर देते हैं तो मध्य प्रदेश सरकार और प्रशासन द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की जिसकी वजह से नेशनल हाईवे पर चलने वाले ड्राइवरों को भोजन पानी उपलब्ध हो जाए। वही ड्राइवर राजा राम यादव ने बताया कि जो लोग करोना वायरस से बचाव बीमा एवं स्वास्थ्य की जो सुविधाएं अन्य सरकारी कर्मचारी को दी जाती है। वही सुविधाएं हमें भी दी जाएगी संक्रमण हो जाए तो कभी तो इस बीमारी से में संक्रमणीय मर भी जाए तो हमारे परिवार को कुछ आर्थिक सहायता मिल जाए।
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