वर्ष के अंतिम सूर्य ग्रहण को नवयुवक ने है कौतूहल से देखा, मंदिरों के कपाट बन्द रहे, धूप कम होने से ठंड का रहा असर

0

मयंक विश्वकर्मा, आंबुआ 

वर्षों बाद बने सहयोग के चलते इस वर्ष का अंतिम ग्रहण सूर्य ग्रहण क्षेत्र में भी देखा गया जिसे देखने के लिए युवाओं में कौतूहल रहा सूतक काल से ग्रहण के मोक्ष काल कर मंदिरों के कपाट बन्द रहे सूर्य की मंद हुई । रोशनी के कारण कुछ घंटों तक ठंड का असर भी बढ़ता महसूस किया गया।जैसा की विदित है आज 26 दिसंबर की सुबह लगभग 8 बजे बाद से 11 बजे तक क्षेत्र में सूर्य ग्रहण का प्रभाव रहा। इस अवधि में जिज्ञासु लोगों ने सूर्य ग्रहण को काला चश्मा एक्सरे फिल्म के माध्यम से देखा। नवयुवक जिन्होंने इसके पूर्व सूर्य ग्रहण नहीं देखा था या जिन्होंने इतना अधिक सूर्य को ढकते हुए नहीं देखा था। वर्ष के इस अंतिम सूर्य ग्रहण कौतूहल के साथ देखा 25 दिसंबर की रात 8:00 बजे से सूतक लगने के कारण मंदिरों के पट बंद कर दिए गए थे हिंदू परिवारों ने भोजन तथा खाद्य सामग्री आदि में तुलसी दल दुर्वा आदि को रखा 26 दिसंबर की दोपहर 11 बजे बाद घरों तथा मंदिरों को शुद्ध किया जाकर स्नान के बाद पूजा पाठ तथा भोजन आदि बनाया गया सुबह सूर्य ग्रहण प्रारंभ होते ही जैसे जैसे सूर्य की रोशनी कम होती गई वैसे-वैसे मौसम में ठंड बढ़ती गई तथा दोपहर बाद मौसम साफ हुआ।

 

)

Leave A Reply

Your email address will not be published.