पियुष चन्देल, अलीराजपुर
जिस तरह भारतीय सैना ने अपना अदम्य साहस एवं वीरता दिखाते हुए हजारो सैनिको का आत्म समर्पण करने के लिए विवश कर अपने साहस से नया इतिहास रचा उसी तरह एनसीसी केडेटस भी अपनी साहस एवं योग्यता से देश की सेवा को तत्पर रहे। उक्त विचार वरिष्ठ अधिवक्ता अनुप शर्मा ने शासकीय महाविद्यालय अलीराजपुर में विजय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में रखे। प्राचार्या डॉ अल्पना बारिया ने कहा कि भारतीय सेना के इस अकल्पनीय कार्य से प्रेरित हो कर अपने कठिन से कठिन लक्ष्य को पाने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए। डॉ उर्मिला डाँगी ने कहा कि देश की सेवा के लिए साहस एवं शक्ति की आवश्यकता होती है, और शक्ति के लिये स्वास्थ्य की आवश्यकता होती है, अतः छात्र अपने अध्ययन एवं अनुशासन के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य के प्रति भी सजक रहे। एनसीसी अधिकारी डॉ प्रदीप कनेश कहा कि युद्ध के इतिहास में इतने सैनिको का आत्मसमर्पण एक अद्वितीय एवं अद्भुत सैन्य घटना है, जो हमे प्रेरित करती है। उक्त विचार विजय दिवस के उपलक्ष्य में एनसीसी एकाई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में रखे गये। इस उपलक्ष्य में एनसीसी की विशेष परेड का आयोजन किया गया एवं छात्राओं को आत्म सुरक्षा हेतु जुडो कराटे का एक सेशन भी आयोजित किया गया।
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