झाबुआ लाइव के लिए मेघनगर से भूपेंद्र बरमंडलिया/दशरथ कट्ठा की रिपोर्ट –
नगर मे गणपति बाबा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ के साथ अचंल से आई झांकियो मे ग्रामीण गुलाल होली खेलने के साथ सुबह से ही पहुंचने लगे। इस बार मुहूर्त दोपहर तक ही होने से ग्रामीणो का आना सुबह से ही शुरू हो गया था। हायर सेकंडीर स्कूल परिसर मे झांकियां पिछले वर्ष के मुकाबे काफी कम एकत्रित हो पाई सेवा भारती द्वारा मंच कार्यक्रम भी रखा गया। गणेश मंदिर से प्रारंभ हुआ। चल समारोह शाम को निकलने से नगर के अपने अपने घरो मे विराजित गजानंदजी को अपने अपने साधन से विसर्जन करने चले गए। तो कुछ लोगो ने आरती के पश्चात मुहूर्त के समय प्रतिमा को अपने स्थान से हटा कर रख ली एव शाम को निकले विशाल चल समारोह निकला। परिषद द्वारा नियम अनुसार नदी किनारे गड्ढा खुदवाकर प्रतिमा को विसर्जन करवाया गया लेकिन इतनी समझाइश के बाद भी कई झांकियो द्वारा तालाबो मे भी विसर्जन किया गया।
नगर मे आजाद चोक का राजा ,गोकुल ग्रुप, रोटरी क्लब, बील्व पत्र गणेश मंडल, प्रजापति गणेश मंडल द्वारा महा आरती के पश्चात विसर्जन के लिए अपनी अपनी झांकियां सजाई गई ढोल नगाडो के साथ नगर मे प्रवेष हुई गणेश मंदिर से विशाल चल निकला। गुजरात का आदिवासी नृत्य, मिक्की एवं डोनाल्ड कार्टून कलाकार, गुजरात की फिल्मी कलाकारो का नृत्य, हेरत अंगेज कारनामे आर्कषण का केंद्र रहे।
अनास नदी पर लगी रही भीड – दोपहर बाद ही नदी पर झांकियो का पहुचना शुरू हो गया था ग्रामीणो से आई झांकियां देर शाम तक विसर्जन कर अपने अपने गांव के लिए रवाना हो गई थी। नगर से पहुंचा चल समारोह देर रात तक अनास नदी पर पहुंचने से लोगो का जमावड़ा भारी मात्रा मे देर रात्रि तक लगा रहा ऐसी स्थिति मे कई बच्चे एव मंडल ने बाहर ही मूर्तियां छोड़ दी।