झाबुआ लाइव के लिए राणापुर से एमके गोयल की रिपोर्ट
दसलक्षण पर्व के छठे दिन बड़ मंदिर ओर अग्रवाल मंदिर मे धूप दशमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया दोपहर को धुप दषमी के उपलक्ष्य मे दोनो मदिंरो ने साथ ढोल-धमाको के साथ जुलूस निकाल नगर के मंदिर गली, सरदार मार्ग, एमजी रोड अन्य विभिन्न मार्गो से होता हुआ मदिंर पर पहंुचा व धूप खेरने का कार्यक्रम हुआ। जुलूस महिलाओ द्वारा एक वेषभूषा आर्कषण रहा। मंदिर के बाहर प्रागण मे धर्मालंबियो द्वारा गरबा नृत्य किया। आज का बहुत बड़ा महत्व है आज सयंम का प्रतिक सुगंध दशमी का पर्व शाम को मदिर जी मे आरती ओर भक्ति देर रात तक चली की गई। इससे पुर्व रोजाना की तरह नित्यनियम पूजन, विधान की पूजन हुई। अग्रवाल दिगंबर 1008 श्री अदिनाथ मदिंर मे सुगंध दशमी शीतलनाथ भगवान की पूजा की गई आज की पूजा लाभ मांगीलाल जी अग्रवाल की ओर से थी बडा. मंदिरजी पूजा का लाभ महेश शाह एंव विजय शाह की ओर से थी।
सयंम धर्म के बारे मे समझाया
भैया जी ने समझाया कि सयंम धर्म मनुष्य के सारे दुख दुर कर सुख मे बदल देता है।पांच इंद्रियो का दमन करने से,उपवास बढ़ाने से, संयम होता है।सयंम से सारे ग्रहो के दोष दुर किये जा सकते है। जो इंद्रियो पर सयंम प्राप्त कर लेता है वह निवार्ण प्राप्त कर लेता है।